देव संस्कृति विश्वविद्यालय में समान नागरिक संहिता पर कार्यशाला..
सीएम धामी और मंत्री धन सिंह रावत रहे मौजूद..
उत्तराखंड: देव संस्कृति विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में शनिवार को समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) विषय पर एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला उत्तराखंड सरकार और देव संस्कृति विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न हुई। इस अवसर पर सीएम पुष्कर सिंह धामी और उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। कार्यशाला में विधि विशेषज्ञों, शिक्षाविदों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों ने भी भाग लिया। सीएम धामी ने अपने संबोधन में कहा कि समान नागरिक संहिता सामाजिक समरसता और समानता की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य बना है जिसने इस दिशा में व्यावहारिक पहल की है। उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि विश्वविद्यालयों की भूमिका ऐसे विषयों पर जागरूकता और विमर्श को बढ़ावा देने में अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने छात्रों से इस विषय पर गहन अध्ययन और संवाद की अपील की। कार्यशाला में समान नागरिक संहिता के कानूनी, सामाजिक और सांस्कृतिक पहलुओं पर गहन विचार-विमर्श किया गया।
सीएम धामी ने कार्यशाला में कहा कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य है जिसने समान नागरिक संहिता लागू कर एक ऐतिहासिक पहल की है। यह मेरे द्वारा जनता से किया गया वादा था, जिसे हमने पूरा किया है। उन्होंने आगे कहा कि UCC के लागू होने से महिला सशक्तिकरण को बल मिलेगा, कुरीतियों का अंत होगा, और न्याय प्रक्रिया अब पहले से सरल और त्वरित हो सकेगी। सीएम धामी ने यह भी स्पष्ट किया कि कुछ लोग गलत जानकारी फैला रहे हैं कि UCC से मूल निवास प्रमाण पत्र मिल जाएगा, जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। यह पूरी तरह गलतफहमी है। इसके अतिरिक्त सीएम ने केंद्र सरकार के जातिगत जनगणना कराने के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह निर्णय ऐतिहासिक है और सामाजिक न्याय की दिशा में एक बड़ा कदम है। कार्यशाला में विधि विशेषज्ञों, शिक्षाविदों, छात्रों और सामाजिक संगठनों ने भाग लिया और समान नागरिक संहिता के कानूनी, सामाजिक तथा व्यावहारिक पहलुओं पर विचार-विमर्श किया गया।
वहीं सीएम ने मोहम्मद यूनुस के करीबी द्वारा पूर्वोत्तर राज्यों पर चीन के कब्जे करने संबंधी बयान पर कहा कि आज का भारत ‘सशक्त भारत’ है। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत को आतंकवाद के खिलाफ लड़ने में पूरी दुनिया का साथ मिल रहा है। ऐसे में कोई भी देश ऐसी गलती नहीं करने वाला है। वहीं गैर मुसलमानों के देवभूमि में प्रवेश पर रोक पर सीएम ने कहा कि उत्तराखंड में वेरिफिकेशन की मुहिम जारी रहेगी। ताकि किसी भी संदिग्ध की पहचान समय से हो सके।
पहलगाम की घटना को लेकर चारधाम पर कितना प्रभाव पड़ेगा? इसको लेकर सीएम धामी का कहना हैं कि सरकार की प्राथमिकता सुरक्षा को लेकर है जिसके लिए सभी प्रावधान किए गए हैं। बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं। चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से प्रारंभ हो चुकी है। लगातार यात्रा चल रही है। 2 मई को बाबा केदार के कपाट खुले हैं। 30 हजार से भी ज्यादा यात्रियों ने बाबा के दर्शन किए । 4 मई को बद्रीनाथ के कपाट खुलने जा रहे हैं। इस बार यात्रा पिछले सालों के मुकाबले बड़ी होगी। इसलिए यात्रा में किसी तरह की कोई असुविधा न हो, इसके लिए सभी इंतजाम किए गए हैं।