उक्रांद ने उठाई लंपी बीमारी को आपदा घोषित करने की मांग

देहरादून। उत्तराखंड में फैले विचित्र प्रकार के जान लेवा पशु रोग लंपी को आपदा घोषित करने की मांग की साथ ही पशुपालकों को उचित मुआवजा देने की मांग की। उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखकर कहा है कि लंपी बीमारी की विकरालता को देखते हुए तत्काल इसे आपदा घोषित किया जाए और युद्ध स्तर पर इससे निपटने के इंतजाम किए जाएं ताकि पशुपालकों को दिया जाए। साथ ही उचित मुआवजा दिया जाए।
यूकेडी नेता सेमवाल बताया कि उत्तराखंड के शहरों और गांवों में विचित्र प्रकार का पशु रोग फैला हुआ है। विगत दिवस क्षेत्र के भ्रमण के दौरान प्रभावितों ने भी बताया कि  सैकडों पालतू पशु इस विचित्र बीमारी की वजह से मर चुके हैं तथा पूरे क्षेत्र में प्रायः सभी पालतू पशु इस बीमारी की चपेट में हैं। प्रभावित पशुपालकों ने यह भी बताया कि पशुपालन विभाग के लोग गाड़ियों में बैठकर सड़कों का दौरा तो भले कर रहे हों लेकिन गांव के अंदर पहुंचकर बीमार पशुओं की जांच नहीं कर रहे हैं। बिना जांच किए ही जो दवाइयां लोगों को दी जा रही है। उन दवाइयों से कोई भी लाभ बीमार पशुओं को नहीं हो रहा है। पशुओं में फैली यह बीमारी विकराल रूप धारण कर चुकी है, इस बीमारी से पशुपालकों को निजात दिलाने के लिए उत्तराखंड क्रांति दल नसे सीएम से मांग की है कि उपरोक्त प्रभावित गांवों के केन्द्रीय स्थलों पर पशुपालन विभाग के चिकित्सकों का कैंप लगा कर हर संभव इलाज बीमार पशुओं तक पहुंचाया जाए।
साथ ही उत्तराखंड क्रांति दल मांग की है कि उपरोक्त गांवों में जितने भी पशु इस बीमारी की वजह से मरे है उन पशुओं की आम सभाओं से सूचियों ले कर पशुपालकों को उनके मृतक पशुओं का मुआवजा भी दिया जाए। यूकेडी नेता सेमवाल ने कहा कि पशुओं को उचित मुआवजा देने के लिए प्रशासन द्वारा जो दरें तय की गई है वह बहुत अपर्याप्त दरें हैं लिहाजा मुआवजे हेतु उचित दरें घोषित करवाते हुए मृतक पशुओं का मुआवजा पशुपालकों को दिलवाया जाए। साथ ही इस महामारी को आपदा की श्रेणी मे घोषित किया जाए।