देहरादून/बीरोंखाल । कैबिनेट मंत्री एवं चैबट्टाखाल विधायक सतपाल महाराज ने रविवार को भी अपने विधानसभा क्षेत्र भ्रमण के दौरान भी अनेक योजनाओं का लोकार्पण करने के साथ-साथ सड़कों का स्थलीय निरीक्षण कर मौके पर ही जांच के आदेश दिए। पर्यटन, लोक निर्माण, सिंचाई एवं संस्कृति मंत्री और चैबट्टाखाल विधायक श्री सतपाल महाराज ने क्षेत्र भ्रमण के दौरान रविवार को भी विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण किया। श्री महाराज ने विकासखंड बीरोंखाल के अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्रों में अध्ययनरत बच्चों को बैठने हेतु विधायक निधि से क्रय किए गए फर्नीचर और महिलाओं को मुख्यमंत्री महालक्ष्मी का वितरण किया।
उन्होने मैठाणा में खेल मैदान के साथ ही मैठाणा-दुवलान मोटर मार्ग जिसकी लागत 33 लाख 40 हजार है, 6 करोड़ 96 लाख 26 हजार की लागत से निर्मित लैगल-कोटा मोटर मार्ग और 77 लाख 28 हजार की कैलाड़ सोलर पम्पिंग पेयजल योजना का भी लोकार्पण लिया। क्षेत्र भ्रमण के के दौरान लोनिवि मंत्री और क्षेत्रीय विधायक श्री सतपाल महाराज ने जहां एक ओर लोक निर्माण विभाग और पीएमजीएसवाई की विभिन्न सड़कों का स्थलीय निरीक्षण किया तो वहीं उन्होने लोनिव की रिखाड़-धोबीघाट-आमकुलाउ मोटर मार्ग और पीएमजीएसवाई द्वारा हाल ही में बनाई गयी मैठाणा घाट बवांसा-रसिया महादेव मोटर मार्ग और तिमलीखाल-सैंधार मोटर मार्ग की खराब गुणवत्ता को लेकर अधिकारियों को जांच के आदेश दिए।
सतपाल महाराज ने लोक निर्माण विभाग और पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को विभिन्न क्षेत्रों में सड़कों के निर्माण के समय अधिग्रहित की गई लोगों की भूमि के वर्षों से लंबित मुआवजों के शीघ्र भुगतान के निर्देश भी दिए।
श्री महाराज ने अधिकारियों से कहा है कि वह शासनादेश के तहत कार्य करने के साथ-साथ सड़कों के निर्माण में गुणवत्ता का खास ख्याल रखें। उन्होने कहा कि गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
इस मौके पर उनके साथ उनके सुपुत्र सुयश रावत, मोहिना रावत, बीरोंखाल भाजपा मण्डल अध्यक्ष यशपाल गोर्ला, ब्लाक प्रमुख राजेश कण्डारी, पूर्व ब्लाक प्रमुख श्री दर्शन सिंह रिगोड़ा, श्रीमती सरिता पोखरियाल, सोनू कुमार, नरेश चंद्र सुयाल, दीप्ति प्रकाश, ओमपाल बिष्ट, राकेश नेगी, ध्यान पाल गोसाई, आलम सिंह रावत, जितेंद्र सिंह रावत, मनोज सिंह बिष्ट, अनिल सिंह बिष्ट, दिलीप सिंह, मेहरबान सिंह, गजेंद्र सिंह रावत, रीना देवी, सत्येंद्र सिंह गुसाईं सहित सिंचाई, लघु सिंचाई, पीएमजीएसवाई और लोक निर्माण विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे।