देहरादून । प्रदेश के पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने मंगलवार को राजपुर रोड स्थित स्थानीय होटल में उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के सहयोग से दिव्य हिमगिरि द्वारा प्रकाशित उत्तराखंड के शाक्त, शैव एवं वैष्णव सर्किट पुस्तकों का विमोचन किया।
प्रदेश के पर्यटन धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने मंगलवार को राजपुर रोड स्थित एक स्थानीय होटल में उत्तराखंड के पौराणिक धर्म स्थलों पर आधारित उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के सहयोग से दिव्य हिमगिरि द्वारा प्रकाशित शाक्त, शैव एवं वैष्णव सर्किट पर आधारित पुस्तकों का विमोचन किया। इन पुस्तकों में प्रदेश के धार्मिक स्थलों के बारे में उनकी पौराणिक महत्ता के विषय में संपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराई गई है।
इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि सतपाल महाराज ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तराखंड आने वाले पर्यटक एवं यात्री चारधाम यात्रा के पश्चात अन्य पौराणिक धार्मिक स्थलों के दर्शनों के साथ-साथ उनके बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें, इसी को ध्यान में रखते हुए विभिन्न सर्केटों की स्थापना की गई है। प्रकाशित पुस्तकों में शाक्त, शैव एवं वैष्णव सर्किटों को शामिल कर धर्म स्थलों की संपूर्ण जानकारी दी गई है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में शाक्त, शैव एवं वैष्णव सर्किट के अलावा विवेकानंद सर्किट, नरसिंह सर्किट, गोल्ज्यू सर्किट, गुरुद्वारा सर्किट, नवग्रह सर्किट, नागराजा सर्किट, हनुमान सर्किट एवं महासू देवता सर्किट प्रदेश के धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विकसित किए गए हैं। इसके अलावा अन्य सर्किटों को विकसित करने पर भी काम चल रहा है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि धार्मिक पर्यटन के कारण उत्तराखंड की पूरे दुनिया में पहचान बन चुकी है। हमारी सरकार पर्यटकों की सुविधा के लिए चारधाम को एक स्मार्ट आध्यात्मिक शहर के रूप में विकसित करने के लिए लगातार काम कर रही है। इस अवसर पर पुस्तकों के सम्पादक कुँवर राज अस्थाना, डॉ राजेंद्र डोभाल, प्रेम कश्यप, डी.एस. मान, पी.एच. कोचर, राजकुमार पुरोहित, रफीक सिद्धकी, मोनिका जोशी, अकबर सिद्दीकी, राजीव वर्मा, डॉक्टर अश्वनी काम्बोज और विवेक चैहान आदि उपस्थित थे।