देहरादून। विस भर्ती मामले मे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम हरीश रावत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा ने कड़ा पलटवार करते हुए कहा की नैतिकता का पैमाना कांग्रेस का दूसरों के मामले मे क्यों है। बेहतर होता कि कांग्रेस इसे घर से शुरू करती।
पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि विधान सभा मे उनके कार्यकाल मे उन्ही के लेफ्टिनेंट माने जाने वाले गोविंद सिंह कुंजवाल को लेकर उनकी क्या राय है? रावत एक और यह कहते रहे है कि उन्होंने उस समय नियुक्ति को लेकर तत्कालीन अध्यक्ष को सावधान किया और बाद मे उनके पक्ष मे उतर गए। भाजपा ने बिना काल खंड देखे जाँच की और दूध का दूध और पानी का पानी किया तो अब कांग्रेस इस पर सवाल उठाने लगी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को मंथन करना होगा कि वह पहले सही थी या अब सही है।
चौहान ने कहा कि कांग्रेस दुविधा की स्थिति मे है और सुप्रीम कोर्ट से मामला खारिज होने के बाद न तो फैसले का स्वागत कर पा रही है और न ही भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार की मुहिम को अच्छा बता पा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने नैतिकता का पालन करते हुए मामले की निष्पक्ष जाँच करायी और नतीजा सामने है। अब नैतिकता की मिशाल कांग्रेस को पेश करनी है। जिन्होंने भ्रष्टाचार को फैलाया और जिन्होंने देखकर आँखे मूंद ली उन पर कार्यवाही करें। चौहान ने कहा कि कांग्रेस तो भ्रष्टाचार के बाद भी उपदेशक बन जाती है। पूर्व विस अध्यक्ष कुंजवाल आज भी स्वीकार नही करते कि उन्होंने गलत किया और वह इसे विशेषाधिकार बताते रहे है। वहीं पूर्व सीएम घपले घोटालों पर आँखे बन्द करते रहे और जब पकड़े गए तो इसे विपक्ष की साजिश करार दे दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को एक राय होकर उन नेताओं के खिलाफ कार्यवाही के लिए नैतिकता के आधार पर रायसुमारी करनी चाहिए, जिससे एक अच्छी परंपरा बन सके।