उत्तरकाशी की सुरंग में फंसी 40 जिदंगियां..
उत्तराखंड: दीपावली के दिन उत्तरकाशी में बड़ा हादसा हुआ। सिल्क्यारा से डंडालगांव तक निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा ढहने से टनल में कार्यरत 40 श्रमिक अंदर रह गए। 24 घंटे से अधिक समय बीतने पर भी श्रमिकों को बाहर नहीं निकाला जा सका है। बचाव कार्य जारी हैं।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तरकाशी के सिलक्यारा के पास सुरंग से हुए भू-धंसाव की घटना का स्थलीय निरीक्षण करने पहुंचे। सीएम पुष्कर सिंह धामी लगातार अधिकारियों से स्थिति का अपडेट ले रहे हैं । आज ग्राउंड पर जाकर स्थलीय निरीक्षण करेंगे।
सिल्क्यारा टनल के अंदर फंसे मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए राहत और बचाव का अभियान पिछले 30 घंटे से अधिक समय से लगातार जारी है। जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने मौके का जायजा लिया। उन्होंने राहत व बचाव अभियान को लेकर अधिकारियों और एनएच डीसीएल तथा अन्य एजेन्सियों को जरूरी निर्देश दिए।
एनएचडीसीएल के निदेशक अंशु मनीष खलको ने बताया कि सुरंग के अंदर प्रभावित क्षेत्र में लूज मलवा को स्थायित्व प्रदान करने के लिए शॉर्ट क्रीटिंग का कार्य किया जा रहा है। अंदर फंसे मजदूर तक पानी खाद्य पदार्थों की सप्लाई की गई है उनसे अनेक बार संपर्क किया गया है।निदेशक ने बताया की अंदर फंसे सभी 40 मजदूर सुरक्षित है। डीएम रोहिला ने मौके पर विशेषज्ञों के साथ बचाव अभियान की आगे की रणनीति पर विचार विमर्श किया।
टनल से बाहर आने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए डीएम ने कहा की बचाव अभियान को पूरी तेजी से संचालित किया जा रहा है इस अभियान में विभिन्न एजेंसियों और विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है ताकि टनल के अंदर फंसे मजदूरों को सुरक्षित जल्द से जल्द बाहर निकाला जा सके।उत्तरकाशी के यमुनोत्री हाईवे पर निर्माणाधीन सुरंग में 12 घंटे की शिफ्ट खत्म कर मजदूर दीपावली की छुट्टी मनाने वाले थे, सुबह 8 बजे शिफ्ट खत्म होने वाली थी कि उससे पहले हादसा हो गया। सुरंग के सिलक्यारा वाले मुहाने से 250 मीटर आगे सुरंग का 30 से 35 मीटर हिस्सा टूट गया। जिसके चलते निर्माण कार्य में लगे 30 से 35 मजदूर सुरंग के अंदर ही फंस गए।