ऋषिकेश । टीएचडीसी इंडिया ने उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में अपने निर्माणाधीन ताप आधारित परियोजना के खुर्जा सुपर थर्मल पावर प्लांट की यूनिट-1 का 15 मार्च को बॉयलर हाइड्रो टेस्ट सफलतापूर्वक पूर्ण करते हुए एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि दर्ज की है। यह टेस्ट गुरदीप सिंह, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (एनटीपीसी लिमिटेड), राजीव विश्नोई, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड), उज्ज्वल कांति भट्टाचार्य, निदेशक (परियोजना) एनटीपीसी लिमिटेड, जे. बेहेरा, निदेशक (वित्त), टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड की गरिमामयी उपस्थिति में किया गया। इस अवसर पर कुमार शरद, कार्यपालक निदेशक, खुर्जा एसटीपीपी एवं टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। इस अवसर पर सी. पी. सिंह, (आई०ए०एस०), जिलाधिकारी, बुलंदशर और श्लोक कुमार, (आई0पी0एस0), वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, बुलंदशर भी उपस्थित रहे।
बॉयलर हाइड्रो टेस्ट बॉयलर ट्यूबों में 52,209 वेल्डिंग ज्वाइंट की इंटीग्रिटी की जांच करने के लिए किया गया था। इस जांच में, बॉयलर के प्रेशर पाटर्स वाले हिस्से को पानी से भर दिया गया और 439.4 किग्रा. फोर्स प्रति वर्ग सेमी. दाब के अध्यधीन किया गया जो बॉयलर के अधिकतम परिकल्प दाब का लगभग 1.5 गुना है (अर्थात 291.9 किग्रा फोर्स प्रति वर्ग सेमी.)। गुरदीप सिंह, सीएमडी, एनटीपीसी ने उक्त परियोजना स्थल पर कार्यरत सभी कर्मचारियों को बधाई दी और उन्हें बताया कि ष्सभी की भूमिका महत्वपूर्ण है और इसलिए सभी के योगदान को पहचानना बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने परियोजना को पूरा करने की दिशा में टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड को उसके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दीं और कहा कि टीएचडीसीआईएल को हर पहलू में एनटीपीसी से पूरा समर्थन प्राप्त है। राजीव विश्नोई, सीएमडी, टीएचडीसीआईएल ने परियोजना स्थल पर काम कर रहे टीएचडीसीआईएल के सभी कर्मचारियों और अन्य एजेन्सीस और सलाहकार कंपनियों की टीमों को बधाई दी और भविष्य में भी ऐसे उच्च प्रदर्शन हेतु प्रोत्साहित किया। उन्होंने उल्लेख किया कि टीएचडीसीआईएल ने समय पर यह उपलब्धि हासिल की है और परियोजना को पूरा करने की दिशा में समय पर आगे बढ़ रही है। उन्होंने यह भी कहा कि परियोजना प्रबंधन एक महत्वपूर्ण अवधारणा है और इस परियोजना का तेजी से निर्माण इसका एक उदाहरण है। फरवरी 2024 तक खुर्जा सुपर थर्मल पावर प्लांट की लक्षित कमीशनिंग की दिशा में बॉयलर हाइड्रो टेस्ट का सफल होना टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है। टीएचडीसीआईएल हाइड्रो, पवन और सौर ऊर्जा संयंत्र की श्रेणी में संचालित प्रमुख बिजली उपयोगिता है। खुर्जा एसटीपीपी के पूरा होने के साथ, निगम के पास सभी संसाधनों से विविधीकृत बिजली उत्पादन का एक पूरा पोर्टफोलियो होगा।