पांच साल में हरिद्वार जिले में बढ़े छह निकाय, 53 हजार मतदाता घटे..

पांच साल में हरिद्वार जिले में बढ़े छह निकाय, 53 हजार मतदाता घटे..

 

 

 

 

उत्तराखंड: पांच साल में हरिद्वार जिले में छह निकाय बढ़ गए लेकिन मतदाताओं की संख्या 53 हजार घट गई है। राज्य निर्वाचन आयोग के मतदाता संख्या के ताजा आंकड़ों में ये खुलासा हुआ है। हिसके अनुसार प्रदेश में पांच साल में मतदाताओं की संख्या में दो लाख का इजाफा दर्ज किया गया है। देहरादून जिले के नगर निकायों में सर्वाधिक 1.27 लाख मतदाता बढ़े हैं। राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिलों के निकायों में वोटर लिस्ट अपडेशन का काम कराया था, जिसकी रिपोर्ट आयोग को मिल चुकी है। 2018 के मुकाबले 2024 में मतदाताओं की संख्या में दो लाख 447 की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। देहरादून जिले के निकायों में सर्वाधिक 1,27,361 मतदाताओं की बढ़ोतरी हुई है।

ऊधमसिंह नगर के निकायों में 74,267 मतदाता, नैनीताल में 19,162, पौड़ी में 11,295, टिहरी में 10,874 मतदाता बढ़े हैं। रुद्रप्रयाग जिले में एक नगर पालिका के मतदाताओं की संख्या उपलब्ध नहीं है। अल्मोड़ा में पांच साल में 1860, बागेश्वर में 5078, चमोली में 1202, चंपावत में 2747, पिथौरागढ़ में 4743, उत्तरकाशी में 864 मतदाता बढ़े हैं। राज्य निर्वाचन आयोग अब 102 में से 93 नगर निकायों में चुनाव की तैयारी में जुटा हुआ है। गौरतलब है कि हाल ही में देहरादून में निकाय चुनाव की वोटर लिस्ट में गड़बड़ियों का आरोप लगा था, जिसके बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची में नाम जोड़ने के लिए सात दिन का विशेष समय दिया है।

पांच साल में किस जिले में कितने निकाय बढ़े..

अल्मोड़ा में 2018 में दो नगर पालिका, दो नगर पंचायत थीं। अब दो नगर पालिका, तीन नगर पंचायत हो गए हैं। बागेश्वर में एक नगर पालिका, एक नगर पंचायत से संख्या बढ़कर एक नगर पालिका, दो नगर पंचायत हो गई है। चमोली में चार नगर पालिका, पांच नगर पंचायत की संख्या बरकरार है। चंपावत में दो नगर पालिका व दो नगर पंचायत थी जो तीन नगर पालिका व एक नगर पंचायत हो गई है। देहरादून में दो नगर निगम, तीन नगर पंचायत थी, जो अब दो नगर निगम, चार नगर पालिका, एक नगर पंचायत हो गई है। हरिद्वार जिले में दो नगर निगम, तीन नगर पालिका, चार नगर पंचायत थे जो अब दो नगर निगम, तीन नगर पालिका व 9 नगर पंचायत हो गई है।

नैनीताल जिले में एक नगर निगम, तीन नगर पालिका, तीन नगर पंचायत थे, जिनकी संख्या एक नगर निगम, चार नगर पालिका, दो नगर पंचायत हो गई है। पौड़ी में एक नगर निगम, तीन नगर पालिका, दो नगर पंचायत से बढ़कर दो नगर निगम, दो नगर पालिका, तीन नगर पंचायत हो गए हैं। पिथौरागढ़ में तीन नगर पालिका, दो नगर पंचायत से बदलकर सभी पांच नगर पालिका बन गई हैं। वही रुद्रप्रयाग में एक नगर पालिका, तीन नगर पंचायत से बदलकर एक नगर पालिका, चार नगर पंचायत हो गए हैं। टिहरी में पांच नगर पालिका, पांच नगर पंचायत से बढ़कर छह नगर पालिका, पांच नगर पंचायत हो गए हैं। ऊधमसिंह नगर में दो नगर निगम, सात नगर पालिका, सात नगर पंचायत से बढ़कर दो नगर निगम, सात नगर पालिका, आठ नगर पंचायत हो गए हैं। उत्तरकाशी में तीन नगर पालिका व दो नगर पंचायत बरकरार हैं।