गंगोत्री नेशनल पार्क के कनखू, नेलांग और गरतांगगली गेट पर्यटकों के लिए खुले..
उत्तराखंड: गंगोत्री नेशनल पार्क में कनखू, नेलांग और गरतांगगली के गेट पर्यटकों और पर्वतारोहियों के लिए अब खोल दिए गए हैं। इन क्षेत्रीय गेट्स का उद्घाटन होने से पर्यटकों को अब इन जगहों का दीदार करने की अनुमति मिलना शुरू हो गई है। हालांकि गोमुख और केदारताल ट्रेक पर ग्लेशियर आने के कारण आवाजाही शुरू नहीं हो पाई है। इन रास्तों पर आने वाली चुनौतियों की वजह से फिलहाल पर्यटकों को वहां जाने की अनुमति नहीं है। नेलांग और गरतांगगली के लिए आज से पर्यटकों को अनुमति मिलनी शुरू हो गई है। ये क्षेत्र प्राकृतिक सुंदरता और साहसिक यात्रा के शौकिनों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेंगे।
गंगोत्री नेशनल पार्क के उपनिदेशक हरीश नेगी और रेंज अधिकारी प्रदीप बिष्ट ने विधिवत पूजा पाठ के बाद गोमुख ट्रेक के कनखू बैरियर का गेट खोला। इसके बाद, नेलांग घाटी और गरतांग गली के गेट भी पर्यटकों के लिए खोल दिए गए। अब पर्यटक छोटे लद्दाख के नाम से प्रसिद्ध नेलांग और जादूंग घाटी सहित भारत-तिब्बत व्यापार मार्ग और इंजिनियरिंग के नायाब नमूने के तौर पर प्रसिद्ध गरतांगगली की सैर कर पाएंगे। इन क्षेत्रों में प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक धरोहर के साथ ही ऐतिहासिक रास्ते और साहसिक पर्यटन के अनोखे अनुभव मिलेंगे।
रेंज अधिकारी प्रदीप बिष्ट का कहना हैं कि इन दोनों स्थानों के लिए एक अप्रैल से अनुमति पर्यटकों को देनी शुरू कर दी गई है। वहीं अभी गोमुख और केदारताल ट्रेक पर आवाजाही नहीं हो पाएगी। वहां पर बड़े-बड़े ग्लेशियर आने के कारण मार्ग बंद और क्षतिग्रस्त है। मार्ग को खोलने के लिए मजूदर कार्य कर रहे हैं। वहीं प्रयास किया जा रहा है कि जल्द ही दोनों ट्रैक का शुरू कर पर्वतारोहण को शुरू करवाया जाए। वहीं पहले दिन पर्यटक गरतांग गली औ नेलांग घाटी के दीदार के लिए उत्साहित नजर आए। पर्यटकों ने इसके बाद गरतांग गली के रोमांच का लुत्फ उठाया।