पूर्व कैबिनेट मंत्री नवप्रभात को कांग्रेस ने सौंपी अहम कमान, संगठन में बड़ी भूमिका..
उत्तराखंड: राज्य में खुद को मजबूत करने की कवायद में जुटी कांग्रेस पार्टी अब संगठनात्मक बदलाव के रास्ते पर आगे बढ़ रही है। हाल ही में अहमदाबाद में हुए कांग्रेस के अधिवेशन के दौरान उत्तराखंड कांग्रेस के नेताओं की एक साथ तस्वीरें सामने आई थीं, जो लंबे समय से चली आ रही गुटबाजी की दीवारें टूटने का संकेत मानी जा रही थीं। अब इस कड़ी में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) ने उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी में एक बड़ा संगठनात्मक बदलाव किया है। पार्टी सूत्रों के अनुसार यह बदलाव प्रदेश में संगठन को अधिक सक्रिय, एकजुट और चुनावी रूप से तैयार बनाने के उद्देश्य से किया गया है। उत्तराखंड कांग्रेस लंबे समय से भीतरी कलह और गुटबाजी की शिकार रही है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य जैसे वरिष्ठ नेताओं के बीच आपसी खींचतान अक्सर चर्चा में रहती है। लेकिन गुजरात अधिवेशन में इन नेताओं की एकजुटता वाली तस्वीरों से नई ऊर्जा और एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की गई।
दरअसल अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने उत्तराखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता नवप्रभात को उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संगठनात्मक प्रशिक्षण कार्यक्रम (ऑर्गनाइजेशनल ट्रेनिंग प्रोग्राम) का प्रभारी नियुक्त किया है। उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा ने इस मामले में उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा को लेटर लिखा है। लेटर में लिखा है कि, वह प्रदेश कांग्रेस कमेटी के समग्र मार्गदर्शन में काम करेंगे। नव प्रभात को उनके दायित्वों के निर्वहन में पूर्ण सहयोग एवं समर्थन प्रदान करेंगे। आपको बता दे कि 2023 में भी उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी में पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता नवप्रभात को बड़ी जिम्मेदारी दी गई थी। उन्हें प्रदेश अनुशासन समिति का अध्यक्ष बनाया गया था। इसके साथ ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को अनुशासन समिति के सदस्य के रूप में भी जिम्मेदारियां सौंपी गई थी। बता दें कि नवप्रभात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता है। वे विकासनगर से विधायक रहते हुए कांग्रेस सरकार में दो बार कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। नव प्रभात, पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत के खास माने जाते हैं।