हल्द्वानी। महिलाओं के खिलाफ हिंसा के उन्मूलन हेतु अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर राज्य महिला आयोग ने जनजागरुकता कार्यक्रम चलाया। मौके पर महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में बताते हुए कानूनों की जानकारी दी। महिलाओं के साथ बढ़ती हिंसा को रोकने के उपायों के बारे में भी विस्तार से बताया।
राजकीय इंटर कालेज दौलतपुर, गौलापार में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के उन्मूलन पर आयोजित जागरुकता कार्यक्रम का उद्घाटन राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ज्योति साह मिश्रा ने किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति होने वाली हिंसा को रोकने के लिए अब महिलाओं को ही खुद आगे आकर पहल करनी होगी। उन्हें सबसे पहले शिक्षित होना होगा। उसके बाद आर्थिक रुप से आत्मनिर्भर होने के साथ अपने अधिकारों के लिए जागरुक होना होगा। अगर यह कार्य सफल हो जाए तो बहुत हद तक हम महिलाओं के प्रति होने वाली हिंसा को रोक सकते हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक समझा जाता है कि गरीबी और अशिक्षा महिला हिंसा का मुख्य कारण है लेकिन शिक्षित समाज में भी महिला संबंधी अपराध बढ़ रहे है। इसके लिए सभी को जागरुक होना होगा। उन्होंने सरकार के माध्यम से महिला सुरक्षा को चलाई जा रही विभिन्न हेल्पलाइनों के बारे में जागरुक किया। उन्होंने कहा कि अगर किसी के साथ भी कोई हिंसा, उत्पीड़न, छेड़खानी आदि होती है तो तुरंत हेल्पलाइन नंबरों पर काल कर सकते है। यह 24 घंटे आपके लिए उपलब्ध है। मौके पर गौरा देवी एप की भी जानकारी दी। हेल्पलाइन नंबरों को सभी सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा करने को कहा। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की अंजू कठैत ने पीड़ित महिलाओं को दी जा रही सहायता के बारे में जानकारी दी। पुलिस महिला सेल की प्रभारी उपनिरीक्षक सुनीता कुँवर, कुमकुम धानिक ने कानूनी जानकारी दी। इस अवसर पर गौरव पंत, बाल विकास परियोजना अधिकारी शिल्पा जोशी ,शीला रौतेला, सुरेंद्र प्रधानाचार्य डी के जोशी, रमेश चंद्र तिवारी, प्रतिनिधि मुख्य शिक्षा अधिकारी नैनीताल अभिभावक संघ के अध्यक्ष रतन सिंह बिष्ट, सहित स्कूली बच्चे, अभिभावक व ग्रामीण मौजूद थे।