मंत्री रेखा आर्य ने 31 महिलाओं को महालक्ष्मी किट वितरित किए 

देहरादून । कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य द्वारा केदारपुरम स्थित दुर्गा मंदिर प्रांगण में 31 महिलाओं को मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट का वितरण किया गया। मंत्री द्वारा प्रसवोपरान्त माता एवं कन्या शिशु के पोषण, स्वच्छता एवं स्वास्थ्य देखभाल हेतु मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट में महिला हेतु बादाम गिरीध्सुखी खुमानीध्अखरोट, छुआरा, 2 जोड़े जुराब, गर्म काॅटन स्काॅर्प, एक बड़ा व एक छोटा तौलिया, मौसम अनुसार वार्मध्काॅटन ब्लैंकेट, फुल साइज गर्म शाॅल, सिंगल बैड तकिये कवर के साथ काॅटन प्रिन्ट में बेडशीट, 2 पैकेट सेनेटरी नैपकिन, सरसों का तेल, साबुन और कपड़े धोने का साबुन किट में दिया गया तथा कन्या शिशु हेतु 2 जोड़े शिशु के कपड़े सूती या गर्म मौसम के अनुसार टोपी- जुराब सहित, सूती लंगोट के कपड़े, साॅफ्ट काॅटन बेबी तौलिया, बेबी साबुन-तेल-पाउडर, रबर सीट मौसम अनुसार गर्मध्काॅटन बेबी ब्लैंकेट, टीकाकरण कार्ड, स्तनपानध्पोषाहार कार्ड, समस्त सामग्री पैक करने हेतु बैग और साथ में मा0 मुख्यमंत्री का सन्देश सामग्री के साथ वितरित किया गया।
मंत्री ने किट वितरित करते समय महिलाओं से बेटियों का बेहतर तरीके से लालन-पालन करने को कहा। कहा कि पैदा होने वाली बेटियों के लिए इस तरह की राज्य सरकार नेे 50 हजार किट वितरित की हैं साथ ही इसको आगे भी वितरित करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि बेटियों को मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट वितरित करने का सरकार का मकसद ये है कि लिंगानुपात में सुधार लाया जा सके। लोग बेटा-बेटी को लेकर किसी भी तरह का संकोच ना रखे साथ ही लालन-पालन से लेकर शिक्षा-दीक्षा सभी में बेटी को भी बेटों की तरह लें।
इस दौरान सचिव बाल विकास हरीश सेमवाल ने कहा कि आज बेटी को लेकर लोगों की सोच मे बहुत सकारात्मक परिवर्तन आ रहा है। लोग आज समझ चुके हैं कि बेटियों को यदि हम बेटों की तरह विकसित होने का पूरा अवसर प्रदान करेंगे तो बेटियां भी किसी से कम नहीं निकलती और देश-दुनिया में देखा  जा सकता है है कि बेटियां आज बेटों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर नये-नये कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं। इसी बीच माननीय मंत्री ने मंदिर प्रांगण में वृक्ष का रोपण भी किया। इस दौरान मा मंत्री के साथ सचिव हरीक्ष सेमवाल, अपर सचिव प्रशांत आर्य, उप निदेशक एस.के सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी डाॅ अखिलेश मिश्रा, स्थानीय पार्षद दिनेश प्रसाद सती व सुशीला रावत सहित बड़ी संख्या में महिलायें, विभागीय कार्मिक और स्थानीय लोग उपस्थित थे।