राज्यपाल ने ली चारधाम यात्रा तैयारियों की बैठक, हर यात्री हमारा ब्रांड एंबेसडर, संतुष्ट होकर जाए..

राज्यपाल ने ली चारधाम यात्रा तैयारियों की बैठक, हर यात्री हमारा ब्रांड एंबेसडर, संतुष्ट होकर जाए..

 

 

 

उत्तराखंड: राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने शुक्रवार को राजभवन में चारधाम यात्रा तैयारियों को लेकर एक बैठक की। जिसमें उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा में आने वाला हर यात्री हमारा ब्रांड एंबेसडर है। हमारी यह कोशिश होनी चाहिए कि सभी संतुष्ट होकर जाएं। अधिकारी और कर्मचारी केवल सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे की ड्यूटी न करें। इसके बजाए पूरे समर्पण के साथ काम करें। बैठक में चारधाम यात्रा से जुड़े विभागों के आला अधिकारी, सातों जिलों के डीएम, एसएसपी व अन्य अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े।

राज्यपाल का कहना हैं कि चारधाम यात्रा उत्तराखंड की सामाजिक एवं सांस्कृतिक व्यवस्था की पहचान है। यात्रा को सहज, सुगम और व्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए विभागों सहित सभी हितधारकों का आपसी समन्वय जरूरी है। यह सुबह नौ से शाम पांच बजे की ड्यूटी नहीं है, बल्कि इसमें प्रत्येक अधिकारी एवं कर्मचारी को पूरे समर्पण भाव से कार्य करना होगा। बीते वर्षों के अनुभवों से सीख लेते हुए हमें इस वर्ष सभी चुनौतियों से निपटने का रोडमैप तैयार करना होगा। हर विभाग को अपने फर्स्ट रिस्पांडर यानी यात्रियों तथा आमजन के संपर्क में सबसे पहले आने वाले कार्मिकों को चिह्नित कर उन्हें प्रशिक्षित करना चाहिए। इनकी सहायता से बुजुर्गों, पशुओं और अस्वस्थ यात्रियों को सुगम अनुभव देने में सहयोग मिलेगा। यात्रा मार्गों में यात्रियों की मूलभूत सुविधाओं सहित उनकी सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाए। चारधाम यात्रा में स्थानीय लोगों की भागीदारी व उनका सहयोग अवश्य लिया जाए।

पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे का कहना हैं कि दर्शन के लिए टोकन सिस्टम, आईआरसीटीसी के माध्यम से हेली सेवाओं की ऑनलाइन बुकिंग संबंधित शिकायत निवारण के लिए नोडल अधिकारी की तैनाती की जा रही है। सचिव परिवहन अरविंद सिंह ह्यांकी ने बताया, ग्रीन कार्ड, ट्रिप कार्ड जारी करने के साथ यात्रा पर आए वाहनों की जांच के लिए जगह-जगह पर ऑटोमेटिक फिटनेस सिस्टम लगाए गए हैं, जिससे दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके।आईटीडीए एक क्लिक पर देगा पूरी जानकारी

राज्यपाल ने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए नई तकनीक जिनमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ड्रोन, मोबाइल एप आदि से यात्रियों को सुविधाएं दी जाएं। राज्यपाल ने निदेशक आईटीडीए को चारधाम यात्रा के सुचारू संचालन, फीडबैक एवं रिपोर्टिंग के लिए एक एकीकृत डैशबोर्ड बनाने के लिए कहा है। यात्रा संबंधी कई सूचनाओं को एक स्थान पर एकत्रित करने से सभी विभागों को समाधान एवं प्रबंधन करने में सहायता मिलेगी। कहा, यात्रियों की सहायता के लिए जरूरी सूचनाओं का प्रचार-प्रसार का नेटवर्क मजबूत होना चाहिए। उन्होंने सभी विभागों से यात्रा से पहले तैयारियां दुरुस्त करने को कहा।

यात्रा मार्गों में हेल्थ एटीएम हो रहे स्थापित..
सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर राजेश कुमार का कहना हैं कि यात्रा मार्गों में हेल्थ एटीएम स्थापित किए जा रहे हैं। स्थानीय स्तर पर लोगों को स्वास्थ्य मित्र का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा, जो होटल आदि में ठहरने वाले यात्रियों को किसी प्रकार की इमरजेंसी होने पर सहायता करेंगे। बताया, गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष चिकित्सकों की संख्या में बढ़ोतरी करते हुए 184 चिकित्सक यात्रा मार्ग पर अपनी सेवाएं देंगे।

नौ सुपर, 37 सुपर जोन और 112 सेक्टर बने..
पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने कहा कि यातायात एवं भीड़ प्रबंधन के लिए प्रदेश में नौ सुपर जोन, 37 जोन व 112 सेक्टर बनाए गए हैं। यात्रा की निगरानी सीसीटीवी और ड्रोन के माध्यम से की जाएगी। यात्रियों को ऑनलाइन धोखाधड़ी व गलत जानकारी प्राप्त करने से बचाने के लिए साइबर सेल और सोशल मीडिया सेल का निर्माण किया गया है। वर्चुअल माध्यम से जुड़े गढ़वाल मंडल के जिलाधिकारियों ने बताया, यात्रा मार्ग पर हाईटेक शौचालय का विस्तार किया गया है। अपर निदेशक शहरी विकास ललित नारायण मिश्रा ने बताया, प्रशासन ने सिंगल यूज प्लास्टिक के निस्तारण के लिए क्यूआर कोड व्यवस्था लागू की है। जिसके माध्यम से कम से कम 80 प्रतिशत प्लास्टिक की बोतलें और अन्य कूड़े को निष्पादन के लिए एकत्रित करने का लक्ष्य रखा गया है।