जानिए मुख्य चुनाव आयुक्त को क्यों मिली Z श्रेणी की सुरक्षा..
देश-विदेश: मुख्य चुनाव आयुक्त को z कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की गई हैं। गृह मंत्रालय ने मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को यह सुरक्षा दी है। खुफिया एजेंसी इंटीइंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) ने अपनी रिपोर्ट में राजीव कुमार के बारे में खतरे की आशंका जताई थी।आईबी की थ्रेट परसेप्शन रिपोर्ट में मुख्य चुनाव आयुक्त के बारे में खतरा की आशंका जताई गई थी। लोकसभा चुनाव के बीच चुनाव आयोग विपक्षी दलों के निशाने पर है। आपको बता दे कि देश में आए दिन कई राजनीतिक पार्टियां चुनाव आयोग के दफ्तर के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रही है। वहीं, कई सियासी दलों का प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मुलाकात कर प्रार्थना पत्र सौंप रहा है। इसे देखते हुए ही आईबी ने एक इंटरनल रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपी है। इसी रिपोर्ट में मुख्य चुनाव आयुक्त को सुरक्षा देने का जिक्र किया गया है।
जेड श्रेणी की सुरक्षा में कुल 33 सुरक्षागार्ड तैनात होंगे। आर्म्ड फोर्स के 10 आर्म्ड गार्ड आवास पर रहेंगे। 6 राउंड द क्लॉक पीएसओ, तीन शिफ्ट में आर्म्ड स्कॉर्ट के 12 कमांडो, 2 वॉचर्स शिफ्ट में और 3 ट्रेंड ड्राइवर अलग-अलग शिफ्ट में उपलब्ध होंगे। बता दें कि देश में लोकसभा चुनाव 7 चरणों में है। पहले फेज की वोटिंग 19 अप्रैल को डाली जाएगी। इसके साथ ही 1 जून को आखिरी और सातवां चरण का मतदान होगा। 4 जून को नई सरकार का गठन होगा। 2024 के चुनाव में 97 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। 10.5 लाख पोलिंग स्टेशन होंगे, जबकि 55 लाख ईवीएम का इस्तेमाल किया जाएगा। मुख्य चुनाव आयुक्त और दोनों चुनाव आयुक्तों का कार्यकाल 6 वर्ष के लिए होता है। मुख्य चुनाव आयुक्त के रिटार्यड होने की उम्र अब 65 वर्ष कर दी गई है। वहीं, चुनाव आयुक्तों की सेवानिवृति 62 वर्ष होती है। चुनाव आयुक्त का पद और वेतनमान भारत के सुप्रीमकोर्ट के न्यायधीश के सामान होता है।