धराली में डीएम के प्रयासों से बहाल हुई बिजली-पानी, इंटरनेट आज शाम तक सुचारू होने की उम्मीद..

धराली में डीएम के प्रयासों से बहाल हुई बिजली-पानी, इंटरनेट आज शाम तक सुचारू होने की उम्मीद..

 

 

उत्तराखंड: उत्तरकाशी के आपदा प्रभावित धराली क्षेत्र में राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। जिलाधिकारी प्रशांत आर्य घटना के बाद से ही मौके पर डटे हुए हैं और सर्च-रेस्क्यू ऑपरेशन से लेकर राहत सामग्री वितरण एवं बुनियादी ढांचे की बहाली तक हर पहलू की खुद निगरानी कर रहे हैं। उनकी सतत मौजूदगी और सक्रियता के चलते राहत कार्यों में तेजी आई है। प्रभावित परिवारों को समय पर सहायता राशि, आवश्यक खाद्य सामग्री और अन्य जरूरी सामान उपलब्ध कराया गया है। प्रशासन की ओर से अस्थायी आवास, चिकित्सा सुविधाएं और साफ पानी की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जा रही है, ताकि आपदा पीड़ितों को जल्द से जल्द सामान्य जीवन की ओर लौटाया जा सके।

उत्तरकाशी के आपदा प्रभावित धराली क्षेत्र में राहत और बहाली कार्य तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। जिलाधिकारी प्रशांत आर्य के सक्रिय प्रयासों से क्षेत्र में बिजली और पानी की आपूर्ति बहाल हो चुकी है, जबकि डबरानी के पास ओएफसी लाइन कटने से बाधित इंटरनेट कनेक्टिविटी के आज शाम तक सुचारू होने की संभावना है। सड़क मार्ग बहाल होने तक धराली और आसपास के भंडारगृहों में पर्याप्त सामग्री का स्टॉक सुरक्षित रखा गया है, साथ ही जरूरत पड़ने पर हवाई मार्ग से भी आपूर्ति जारी है। किसानों और बागवानों की नकदी फसल व सेब के नुकसान का आंकलन उद्यान, कृषि और राजस्व विभाग द्वारा पूरा कर लिया गया है। क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत तेजी से चल रही है, वहीं हर्षिल गाड़ में जमा मलबा हटने के बाद गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सोनगाड़ तक सुचारू रूप से खुल जाएगा। प्रशासन का दावा है कि सभी जरूरी सेवाएं जल्द ही पूरी तरह सामान्य हो जाएंगी।

धराली में बाधित सड़क मार्ग की मरम्मत जारी..

सोनगाड़ में जगह-जगह लगभग 400 मीटर सड़क पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। फिलहाल गंगोत्री से धराली और हर्षिल से सोनगाड़ तक यातायात ट्रांसशिप के माध्यम से संचालित है, जबकि सोनगाड़ से डबरानी तक करीब 2 किमी पैदल मार्ग से आवागमन हो रहा है। इसके बाद डबरानी से उत्तरकाशी तक सड़क मार्ग सुचारू है। मंगलवार को जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने हर्षिल से सोनगाड़ तक क्षतिग्रस्त मार्ग का निरीक्षण किया और सीमा सड़क संगठन (BRO) को बहाली कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने सोनगाड़ स्थित क्षतिग्रस्त वैली ब्रिज का भी स्थलीय निरीक्षण कर जल्द मरम्मत के निर्देश दिए। प्रशासन का कहना है कि मार्ग बहाल होने के बाद आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य और तेज हो जाएगा।