धराली आपदा पर उत्तराखंड IAS एसोसिएशन का बड़ा फैसला, सभी अधिकारी एक दिन का देंगे वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में..

धराली आपदा पर उत्तराखंड IAS एसोसिएशन का बड़ा फैसला, सभी अधिकारी एक दिन का देंगे वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में..

 

 

उत्तराखंड: उत्तराखंड में हालिया प्राकृतिक आपदा विशेषकर 5 जुलाई को उत्तरकाशी जिले के धराली क्षेत्र में आई भीषण आपदा, को लेकर राज्य के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारियों ने बड़ा और संवेदनशील कदम उठाया है। सचिव उत्तराखंड आईएएस एसोसिएशन दिलीप जावलकर ने जानकारी दी कि एसोसिएशन के अध्यक्ष एल.ए. फैनई की अध्यक्षता में हुई अहम बैठक में आपदा की गंभीरता पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि राज्य के सभी IAS अधिकारी स्वेच्छा से अपना एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में प्रदान करेंगे। यह पहल आपदा पीड़ितों के प्रति गहरी मानवीय संवेदनशीलता और सामाजिक उत्तरदायित्व का प्रतीक मानी जा रही है। बता दे कि धराली आपदा में भारी जन-धन की क्षति हुई है और प्रभावित क्षेत्रों में राहत व पुनर्वास कार्य तेज़ी से चल रहे हैं। ऐसे में आईएएस एसोसिएशन का यह निर्णय राज्य सरकार के राहत प्रयासों को और मजबूती देगा।

यह योगदान न केवल आपदा प्रभावितों के प्रति एसोसिएशन की सहानुभूति और प्रतिबद्धता का प्रतीक है, बल्कि उन समर्पित अधिकारियों, सुरक्षा बलों, चिकित्सकीय दलों, आपदा प्रबंधन कर्मियों और स्वयंसेवकों के साथ एकजुटता भी दर्शाता है, जो दिन-रात राहत, बचाव और पुनर्वास कार्यों में लगे हुए हैं।दिलीप जावलकर ने कहा कि इस आर्थिक सहयोग का उद्देश्य राज्य सरकार द्वारा संचालित बहु-एजेंसी आपदा प्रबंधन तंत्र को मजबूत करना है, ताकि प्रभावित क्षेत्रों में राहत और पुनर्वास की प्रक्रिया को और तेज़ी से आगे बढ़ाया जा सके। बता दे कि धराली आपदा में भारी जन-धन की क्षति हुई है और कई गांव अब भी कठिन परिस्थितियों से जूझ रहे हैं। ऐसे में आईएएस एसोसिएशन का यह कदम न सिर्फ राहत प्रयासों को बल देगा, बल्कि राज्य में आपसी सहयोग और मानवीय संवेदनशीलता की मिसाल भी पेश करेगा।

सचिव उत्तराखंड आईएएस एसोसिएशन दिलीप जावलकर ने जानकारी दी कि एसोसिएशन के अध्यक्ष एल.ए. फैनई की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में इस आपदा की गंभीरता और प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में सर्वसम्मति से तय किया गया कि हर अधिकारी इस कठिन समय में संवेदना और उत्तरदायित्व के साथ अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि ऐसी आपदाओं के समय प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ प्रत्येक कर्मचारी और आम नागरिक की भागीदारी अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह पहल न केवल आपदा प्रभावितों के प्रति सहानुभूति का प्रतीक है, बल्कि उन समर्पित अधिकारियों, सुरक्षा बलों, चिकित्सकीय दलों, आपदा प्रबंधन कर्मियों एवं स्वयंसेवकों के साथ एकजुटता का संदेश भी देती है, जो दिन-रात राहत, बचाव और पुनर्वास कार्यों में जुटे हैं।

दिलीप जावलकर ने जोर देकर कहा कि यह कदम संवेदना से परिपूर्ण प्रशासनिक सेवा की उस मूल भावना को पुष्ट करता है, जिसमें जनहित को सर्वोपरि माना जाता है। एसोसिएशन का विश्वास है कि इस आर्थिक सहयोग से राज्य सरकार द्वारा संचालित बहु-एजेंसी आपदा प्रबंधन तंत्र को मजबूती मिलेगी और प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं पुनर्वास की प्रक्रिया और तेज़ी से आगे बढ़ेगी। बता दे कि धराली आपदा ने कई गांवों में जन-धन की भारी क्षति पहुंचाई है और प्रभावित लोग अब भी कठिन परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं। ऐसे समय में IAS एसोसिएशन की यह पहल राज्य में आपसी सहयोग और मानवीय संवेदनशीलता की मिसाल पेश करती है।