उत्तराखंड बोर्ड की सुधार परीक्षा 4 अगस्त से, नैनीताल जिले में बनाए गए आठ परीक्षा केंद्र..

उत्तराखंड बोर्ड की सुधार परीक्षा 4 अगस्त से, नैनीताल जिले में बनाए गए आठ परीक्षा केंद्र..

 

 

उत्तराखंड: उत्तराखंड बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन (UBSE) की ओर से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों के लिए आयोजित की जाने वाली सुधार परीक्षा की तिथि घोषित कर दी गई है। परीक्षा 4 अगस्त से शुरू होकर 11 अगस्त तक चलेगी। इस दौरान नैनीताल जिले के लगभग 2000 छात्र-छात्राएं अपने भविष्य को संवारने के लिए एक बार फिर परीक्षा देंगे। परीक्षा प्रतिदिन सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक आयोजित की जाएगी। शिक्षा विभाग ने सभी परीक्षा केंद्रों पर कड़ी निगरानी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए हैं, ताकि परीक्षा नकलविहीन और पारदर्शी तरीके से संपन्न कराई जा सके। खंड शिक्षा अधिकारी हल्द्वानी, तारा सिंह ने जानकारी दी कि हल्द्वानी ब्लॉक से हाईस्कूल के 444 छात्र और इंटरमीडिएट के 357 छात्र, कुल 801 परीक्षार्थी इस परीक्षा में शामिल होंगे। नैनीताल जिले के विभिन्न ब्लॉकों में कुल आठ परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिससे छात्र-छात्राओं को परीक्षा देने के लिए लंबी दूरी तय न करनी पड़े। उन्होंने कहा कि सुधार परीक्षा उनके लिए एक सुनहरा अवसर है, जो किसी विषय में पिछड़ गए थे या अपेक्षित अंक नहीं प्राप्त कर पाए थे।

विभाग ने सभी केंद्रों को परीक्षा संचालन के लिए अनुशासन, सुरक्षा, मूलभूत सुविधाएं और सीसीटीवी निगरानी जैसी व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद रखने के निर्देश दिए हैं। सुधार परीक्षा राज्य भर में उन छात्रों के लिए आयोजित की जाती है जो मुख्य परीक्षा में अनुत्तीर्ण रहे थे या अंकों में सुधार करना चाहते हैं। बोर्ड की इस पहल से छात्रों को एक और अवसर मिलता है, जिससे वे शैक्षणिक वर्ष की हानि से बच सकें और अपने करियर को नई दिशा दे सकें। शिक्षा विभाग ने छात्रों और अभिभावकों से अपील की है कि वे समय पर परीक्षा केंद्र पर पहुंचे और बोर्ड के दिशा-निर्देशों का पालन करें। परीक्षा परिणाम की घोषणा सितंबर के पहले सप्ताह तक होने की संभावना है। अधिकारी ने कहा कि हल्द्वानी में पीएम श्री राजकीय बालिका इंटर कॉलेज को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। उन्होंने कहा कि परीक्षा केंद्रों पर सख्त निगरानी रहेगी और नकल रोकने के लिए विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं। इसके अलावा परीक्षा केंद्रों पर बैठने की व्यवस्था, समय पर प्रश्नपत्र पहुंचाने और सुरक्षा को लेकर विभाग लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है। बता दे कि सुधार परीक्षा उन छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है जो मुख्य परीक्षा में अयोग्य रहे थे या बेहतर अंक प्राप्त करने की इच्छा रखते हैं। शिक्षा विभाग की ओर से यह पहल छात्रों को शैक्षणिक वर्ष के नुकसान से बचाने और भविष्य संवारने का एक और मौका देती है।