केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला से मिले सीएम धामी, इन मुद्दों पर हुई चर्चा..
उत्तराखंड: सीएम पुष्कर सिंह धामी दिल्ली दौरे पर गए हुए हैं। सीएम धामी ने रविवार को केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री परुषोत्तम रूपाला से भेंट की। इस दौरान उन्होंने उत्तराखंड में पशुपालन और डेयरी से संबंधित विषयों पर चर्चा की। सीएम धामी ने रविवार को नई दिल्ली में केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री परुषोत्तम रूपाला से मुलाकात की। इस दौरान सीएम ने पशुपालन एवं डेयरी मंत्री से उत्तराखंड में पशुपालन और डेयरी से संबंधित विषयों पर चर्चा की।
इसके साथ ही सीएम ने केंद्रीय मंत्री से नेशनल लाईवस्टाॅक मिशन योजना के अन्तर्गत पशुधन बीमा की अवशेष धनराशि अवमुक्त करने और राज्य में संचालित सचल पशुचिकित्सा वाहन की सेवाएं शेष 35 विकासखण्डों में भी उपलब्ध कराए जाने का भी आग्रह किया।
आपको बता दे कि सीएम धामी ने उत्तराखंड के विकास में सहयोग के लिए उनका आभार व्यक्त किया। उनका कहना हैं कि उत्तराखण्ड राज्य में संचालित विभिन्न रोजगार योजनाओं में पशुपालन से सम्बन्धित योजनाओं का महत्वपूर्ण स्थान है। भारत सरकार द्वारा उत्तराखण्ड राज्य के सीमान्त पर्वतीय व मैदानी क्षेत्रों के पशुपालकों हेतु नेशनल लाईवस्टाॅक मिशन योजना के अन्तर्गत पशुधन बीमा का संचालन किया जा रहा है।
योजना के अन्तर्गत स्वीकृत 40 करोड़ रूपए के सापेक्ष वित्तीय वर्ष 2022-23 में 14 करोड़ 26 लाख 25 हजार रूपए की धनराशि प्राप्त हुई थी। जिसमें केन्द्रांश आठ करोड़ 67 लाख 66 हजार रूपए और राज्यांश पांच करोड़ 58 लाख 59 हजार रूपए था। योजना के अन्तर्गत राज्य में पशुधन बीमा के लक्ष्य के सापेक्ष कुल 1,45,451 पशुओं में बीमा किया जा चुका है। सीएम ने केंद्रीय मंत्री से स्वीकृत योजना के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिये स्वीकृत बजट की शेष धनराशि उपलब्ध करवाने का अनुरोध किया।
सीएम धामी का कहना हैं कि भारत सरकार द्वारा उत्तराखंड राज्य में पशुपालक के द्वार पर आधुनिक तकनीकी की चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 60 सचल पशुचिकित्सा वाहन संचालित किये जा रहे हैं। इनके माध्यम से 58392 पशुओं की चिकित्सा पशुपालकों के द्वार पर ही की गयी है।
सीएम ने राज्य के शेष 35 विकासखण्डों में भी इसी प्रकार की सेवाओं के लिये 786.94 लाख रूपए धनराशि उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। साथ ही कहा कि इसमें 764.246 लाख रूपए का केन्द्रांश और 22.694 लाख रूपए का राज्यांश रहेगा।
बता दे कि राज्य के भेड़ बकरियों के स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिये भारत सरकार के सहयोग से पीपीआर उन्मुलन योजना संचालित की जा रही है। वर्ष 2030 तक पीपीआर मुक्त करने के महत्वाकांक्षी टीकाकरण योजना के लिये उत्तराखण्ड में 14 लाख डोज टीकों की आवश्यकता है। जिस पर केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने सीएम धामी को हर सम्भव सहयोग के प्रति आश्वस्त किया।