डेंगू का खतरा बढ़ा, देहरादून में 4 और मरीज मिले, अब तक 94 मामलों की पुष्टि..
उत्तराखंड: देहरादून जिले में डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को चार नए डेंगू मरीज सामने आए, जिसके साथ ही जिले में कुल मामलों की संख्या बढ़कर 94 पहुंच गई है। गुरुवार को ही 164 नए सैंपल जांच के लिए भेजे गए। अब तक जिले में 6612 सैंपल लिए जा चुके हैं, जिनमें से 94 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। फिलहाल जिले में 10 सक्रिय मरीज हैं। जिनमें से 8 मरीज श्री महंत इंदिरेश अस्पताल, 1 मरीज एचआइएचटी, जौलीग्रांट और 1 मरीज होम आइसोलेशन में उपचाराधीन हैं। तेजी से फैल रहे संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन ने मिलकर घर-घर सर्वे अभियान तेज कर दिया है। इसमें संभावित बुखार पीड़ितों की पहचान, लार्वा की जांच, और डेंगू की रोकथाम से जुड़ी जागरूकता पर ज़ोर दिया जा रहा है। विशेषज्ञों ने जनता से अपील की है कि वे अपने घरों और आसपास पानी जमा न होने दें, पूरी बाजू के कपड़े पहनें और लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं। यह समय सावधानी और सतर्कता बरतने का है। डेंगू से बचाव ही सबसे बड़ा इलाज है।
देहरादून में डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन का संयुक्त सर्वे अभियान तेज़ी पकड़ चुका है। बुधवार को आशा कार्यकर्ताओं और डेंगू वॉलंटियरों ने मिलकर 8036 घरों का सर्वे किया, जिसमें 54 घरों में डेंगू के लार्वा पाए गए। इसके साथ ही टीमों ने कुल 71,016 पानी से भरे कंटेनरों की जांच की, जिनमें से 59 में लार्वा मिला। सभी संक्रमित कंटेनरों को टीम ने मौके पर ही नष्ट कर दिया। स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि डेंगू की रोकथाम में सबसे अहम है स्थानीय स्तर पर लोगों की भागीदारी। विभाग ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे अपने घरों के आसपास पानी जमा न होने दें। कूलर, फूलदान, बाल्टियों आदि की नियमित सफाई करें। बच्चों और बुजुर्गों को मच्छरों से बचाएं। डेंगू के लक्षणों (तेज बुखार, सिरदर्द, बदन दर्द, आंखों के पीछे दर्द, लाल चकत्ते) पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। यह सर्वे अभियान हर वार्ड और कॉलोनी स्तर पर चलाया जा रहा है, ताकि शुरुआती स्तर पर लार्वा का पता लगाकर संक्रमण की श्रृंखला तोड़ी जा सके।