ओंकारेश्वर मंदिर में मंत्रोच्चारण के साथ शुरू हुई पंचकेदार की शीतकालीन यात्रा..

ओंकारेश्वर मंदिर में मंत्रोच्चारण के साथ शुरू हुई पंचकेदार की शीतकालीन यात्रा..

 

 

 

उत्तराखंड: पंचकेदार गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर में गुरुवार को मंत्रोच्चारण और वैदिक विधि-विधान के साथ शीतकालीन यात्रा का शुभारंभ हो गया। इस अवसर पर जीएमवीएन ऊखीमठ परिसर से ओंकारेश्वर मंदिर तक भव्य कलश यात्रा निकाली गई, जिसमें महिला मंगल दल, युवा मंगल दल और विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भागीदारी निभाई। कलश यात्रा के दौरान पारंपरिक वेशभूषा, सांस्कृतिक प्रस्तुति और लोक परंपराओं की शानदार झलक देखने को मिली। मार्ग भर श्रद्धालुओं ने जयघोष करते हुए कलश यात्रा का स्वागत किया और पुष्प वर्षा कर भक्तिमय माहौल बना दिया। मंदिर परिसर में पहुंचने के बाद केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल, बद्री-केदार मंदिर समिति के उपाध्यक्ष विजय कप्रवाण और जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने ओंकारेश्वर मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना की और शीतकालीन गद्दी यात्रा का औपचारिक शुभारंभ किया। शीतकालीन प्रवास के दौरान पंचकेदार परंपराओं के अनुसार भगवान केदारनाथ की गद्दी ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान रहेगी, जहां आगामी महीनों में प्रदेशभर से श्रद्धालुओं का आगमन जारी रहेगा।

इस अवसर पर केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल ने कहा कि वे भगवान ओंकारेश्वर से क्षेत्र और प्रदेश के सभी लोगों की सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। कहा कि पिछले वर्ष सीएम पुष्कर सिंह धामी स्वयं ओंकारेश्वर मंदिर पहुंचकर यात्रा का शुभारम्भ कर चुके हैं। इस वर्ष भी उसी उत्साह और भव्यता के साथ यात्रा का आरम्भ किया गया है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष अधिक संख्या में श्रद्धालु भगवान ओंकारेश्वर के दर्शन करने आएंगे। जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने कहा कि शीतकालीन यात्रा को ध्यान में रखते हुए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर दी गई हैं। सड़क, पेयजल, विद्युत, पार्किंग एवं सुरक्षा के सभी प्रबंधों को समय रहते दुरुस्त किया गया है। उन्होंने कहा कि शीतकालीन यात्रा से जिले की स्थानीय आर्थिकी भी सुदृढ़ होगी। ओंकारेश्वर मंदिर के मुख्य पुजारी शिवशंकर लिंग ने कहा कि यह मंदिर पंचकेदार की गद्दी स्थली है। यहां दर्शन करने से भगवान केदारनाथ के दर्शन का ही पुण्य प्राप्त होता है।