कौशल विकास समिति की बैठक संपन्न, अल्मोड़ा DM ने प्रशिक्षण की गुणवत्ता और रोजगार पर फोकस किया..

कौशल विकास समिति की बैठक संपन्न, अल्मोड़ा DM ने प्रशिक्षण की गुणवत्ता और रोजगार पर फोकस किया..

 

 

उत्तराखंड: जिला कौशल विकास समिति की बैठक जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में वर्तमान में संचालित प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.0 (2022-26) और मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना की प्रगति पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में डीएम पांडेय ने कहा कि स्वरोजगार और आजीविका सृजन को मजबूत करने के लिए युवाओं को समय पर कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाना आवश्यक है। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम केवल औपचारिकता न रह जाएं, बल्कि युवाओं को रोजगार से जोड़ने का ठोस माध्यम बनें। डीएम ने कहा कि युवाओं को न केवल मौजूदा कौशल में पारंगत किया जाना चाहिए, बल्कि बदलते समय की मांग के अनुरूप नए कौशल सीखने के लिए भी प्रेरित किया जाना चाहिए।

उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम इस प्रकार संचालित हों कि हर प्रशिक्षित युवा को रोजगार या स्वरोजगार का अवसर मिल सके। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवाओं को शत-प्रतिशत रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में ठोस कार्ययोजना बनाई जाए। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण केंद्रों की नियमित मॉनिटरिंग हो और प्रशिक्षण की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए। बैठक में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना और मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन योजना के तहत जिले में अब तक हुए प्रशिक्षण, रोजगार से जुड़े परिणाम और आगे की रणनीति पर भी चर्चा की गई।

जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय की अध्यक्षता में आज जिला कौशल विकास समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.0 (2022-26) और मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना की प्रगति की समीक्षा की गई। बैठक में बताया गया कि मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना के अंतर्गत अब तक 37 युवाओं को जापान में रोजगार उपलब्ध कराया गया है। इनमें अल्मोड़ा जिले के छह युवा भी शामिल हैं। जिलाधिकारी ने इसे युवाओं के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर करियर बनाने का सुनहरा अवसर बताया। बैठक में आगामी “कौशल प्रतियोगिता” के आयोजन पर भी चर्चा हुई।

यह प्रतियोगिता हर दो साल में कौशल विकास भारत सरकार द्वारा आयोजित की जाती है। अधिकारियों ने बताया कि इस प्रतियोगिता में जिले के युवाओं को भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, ताकि वे अपने हुनर का प्रदर्शन कर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना सकें। डीएम पांडेय ने कहा कि कौशल प्रशिक्षण केवल प्रमाणपत्र तक सीमित न रह जाए, बल्कि युवाओं को 100% रोजगार से जोड़ने की ठोस व्यवस्था की जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि प्रशिक्षण कार्यक्रमों की नियमित मॉनिटरिंग हो और गुणवत्ता से कोई समझौता न किया जाए। बैठक में विभिन्न योजनाओं की प्रगति, रोजगार उपलब्ध कराने की स्थिति और युवाओं के लिए नए अवसर सृजन की रणनीति पर भी विस्तार से विचार-विमर्श हुआ।