देहरादून। भारत का सबसे बड़ा डिजिटल हेल्थ प्लेटफॉर्म टाटा 1एमजी ने देहरादून में तीन इंटीग्रेटेड फार्मेसी और डायग्नोस्टिक्स स्टोर और एक डायग्नोस्टिक लैब खोलकर उत्तराखंड में अपनी उपस्थिति दर्जा करा दी है। कंपनी ने एक अनूठी पहल के तहत शहर में डायग्नोस्टिक सैंपल और दवाओं के लिए ड्रोन सर्विस पायलट भी शुरू की है, ताकि सड़क माध्यम में जाम के कारण होने वाली देरी से बाचा जा सके और तेजी से सैम्पल (नमूने) संग्रह और दवा का वितरण सुनिश्चित किया जा सके। ड्रोन का उपयोग शहर के विभिन्न हिस्सों से सैम्पल के एकत्र करने और उन्हें प्रसंस्करण के लिए टाटा 1एमजीलैब में ले जाने के लिए किया जाएगा। दूर-दराज के इलाकों में दवाइयां पहुंचाने के लिए भी इनका इस्तेमाल किया जाएगा। एक अकेला ड्रोन 150 नमूनों तक का पेलोड ले जाने में सक्षम होगा। ड्रोन सहित नमूना परिवहन आपूर्ति श्रृंखला के सभी घटक तापमान नियंत्रित होंगे और प्रयोगशाला में उड़ान के दौरान तापमान की लगातार निगरानी करने के लिए प्रौद्योगिकी से लैस होंगे।
टाटा 1एमजी के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर तन्मय सक्सेना ने कहा, ष्हमें देहरादून में अत्याधुनिक टाटा 1एमजी स्टोर और एक डायग्नोस्टिक लैब खोलकर खुशी हो रही है, जो उत्तराखंड में हमारे भौगोलिक पदचिह्न स्थापित कर रहा है। यह हमारे लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण बाजार है। अपने लोकेशन एडवांटेज, तेजी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्था और मजबूत बुनियादी ढांचे के कारण, देहरादून उत्तर में हमारे परिचालन का विस्तार करने के लिए एक स्वाभाविक पसंद था। यह शहर राज्य में अन्य कम सेवा वाले बाजारों, जैसे हरिद्वार, मसूरी और ऋषिकेश तक पहुंच बढ़ाने में हमार केंद्र होगा। टाटा 1एमजी भरोसे का पर्यायवाची नाम है। हम बेहतर तकनीक और प्रणालियों के साथ देहरादून के लोगों को एक अलग और उन्नत स्वास्थ्य सेवा अनुभव प्रदान करने के लिए तत्पर हैं। हम जल्द ही दून और उत्तराखंड के दूसरे लोकेशन पर कई और टाटा 1एमजी स्टोर निकट भविष्य में खोलेंगे। तन्मय ने आगे कहा हमारा मिशन स्वास्थ्य सेवा को सभी के लिए समझने योग्य, सुलभ और सस्ती बनाना है। हम एक प्रौद्योगिकी-पहली कंपनी हैं। यह पता लगाने का हमारा निरंतर प्रयास है कि कैसे तकनीकी नवाचार हमारे मिशन को प्राप्त करने में हमारी मदद कर सकते हैं। हम इसका लाभ उठाने के लिए तत्पर हैं। देहरादून में ड्रोन तकनीक के जरिये हम नमूना हस्तांतरण समय को कम करने और तेजी से रिपोर्ट तैयार करने में सक्षम होंगे। इस पहल के माध्यम से, हम एक कम सेवा वाले बाजार में टाटा 1एमजी की सर्वाेत्तम सेवाएं प्रदान करना चाहते हैं और राज्य में डायग्नोस्टिक्स के परिदृश्य को बदलना चाहते हैं। कंपनी के अनुसार टाटा 1एमजी किसी भी तरह की दुर्घटना से बचने के लिए ड्रोन उड़ाने में सभी आवश्यक सावधानी बरत रही है। तन्मय ने कहा, हमने उड़ान भरने से पहले और बाद में ड्रोन के लिए एक अग्रिम जांच की व्यवस्था की है। ड्रोन अपने तकनीक का विश्लेषण करता है, जिसमें बैटरी की जांच शामिल है, और एक स्मार्ट मैपिंग तकनीक का पालन करता है, जिसकी मदद से यह उड़ने के लिए सबसे सुरक्षित मार्ग का पता लगा सकता है। साथ ही, यह टक्कर रोधी तकनीक का उपयोग करता है, जो इसे यह समझने में सक्षम बनाता है कि उड़ान के दौरान कोई वस्तु इसके सामने आती है या नहीं। आपातकालीन लैंडिंग की स्थिति में ड्रोन नजीदीकी लोकेशन को पता लगाने में सक्षम होगा। इससे किसी भी संपत्ति या पार्सल को नुकसान पहुंचाए बिना सुरक्षित रूप से ड्रोन को लैंड होगा।