देहरादून: श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय (SDSUV) अब अपने छात्रों को स्टार्टअप शुरू करने के लिए आर्थिक सहयोग प्रदान करेगा। इसके तहत छात्रों को अपने स्टार्टअप का प्रस्ताव विश्वविद्यालय की विशेष कमेटी के समक्ष प्रस्तुत करना होगा। अनुमोदन के बाद, विश्वविद्यालय छात्रों को एक लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता उपलब्ध कराएगा और उनकी कंपनी के पंजीकरण का खर्च भी स्वयं वहन करेगा।
कैसे मिलेगा आर्थिक सहयोग?
. प्रस्ताव प्रस्तुत करें: छात्रों को अपने स्टार्टअप का विस्तृत प्रस्ताव विवि की कमेटी के समक्ष प्रस्तुत करना होगा।
. प्रस्तुतिकरण (प्रेजेंटेशन): छात्रों को अपने प्रस्ताव का प्रेजेंटेशन भी देना होगा, ताकि कमेटी उसकी व्यावहारिकता का मूल्यांकन कर सके।
. अनुमोदन प्रक्रिया: कमेटी प्रस्ताव की जांच करेगी और यदि वह संतुष्ट होती है तो छात्र को अधिकतम एक लाख रुपये तक की धनराशि प्रदान की जाएगी।
. कंपनी पंजीकरण में सहयोग: स्टार्टअप की कंपनी के पंजीकरण का खर्चा भी विश्वविद्यालय द्वारा वहन किया जाएगा।
उद्यमिता विकास के लिए ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ की स्थापना
श्री देव सुमन विवि में उद्यमिता विकास को प्रोत्साहित करने के लिए ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ की स्थापना की गई है। इस केंद्र के माध्यम से विश्वविद्यालय समय-समय पर विभिन्न कार्यशालाओं और कार्यक्रमों का आयोजन भी करता है।
शोध कल्चर को मिलेगा बढ़ावा
विश्वविद्यालय केवल स्टार्टअप ही नहीं, बल्कि छात्रों के शोध कार्यों को भी प्रोत्साहित करेगा। स्नातक और परास्नातक के अंतिम सेमेस्टर के छात्रों को शोध कार्यों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
छात्रों के लिए सुनहरा अवसर
यह पहल उन छात्रों के लिए एक सुनहरा अवसर साबित होगी जो नवाचार और उद्यमिता में रुचि रखते हैं। विश्वविद्यालय का उद्देश्य छात्रों को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें अपने विचारों को व्यवसायिक रूप देने में मदद करना है। श्री देव सुमन विवि की इस नई योजना से राज्य में युवा उद्यमियों की एक नई पीढ़ी तैयार होने की उम्मीद है, जो रोजगार पाने वाले नहीं बल्कि रोजगार देने वाले बनेंगे।