सरकारी स्कूलों में किताबों का वितरण शुरू, पुरानी पुस्तकों से चल रही थी पढ़ाई..
उत्तराखंड: सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के लिए अच्छी खबर है। नए शिक्षा सत्र की शुरुआत के साथ ही अब बच्चों को किताबों के इंतजार से मुक्ति मिल गई है। शिक्षा विभाग ने सभी सरकारी स्कूलों में पाठ्यपुस्तकों की आपूर्ति शुरू कर दी है। इसके तहत जिले भर के 50 हजार से अधिक छात्रों को समय पर नई किताबें मिलने जा रही हैं, जिससे पढ़ाई में किसी भी तरह की बाधा नहीं आएगी। शिक्षा विभाग का लक्ष्य है कि इस बार सत्र के शुरुआती चरण में ही सभी छात्रों को किताबें उपलब्ध कराई जाएं ताकि पढ़ाई पूरी गति से शुरू हो सके। इससे बच्चों में पढ़ाई के प्रति उत्साह बढ़ेगा और शैक्षिक गुणवत्ता में भी सुधार आएगा।
उत्तराखंड के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए राहत भरी खबर है। लंबे इंतजार के बाद अब कक्षा 1 से 12 तक के विद्यार्थियों को नई पाठ्यपुस्तकें मिलने लगी हैं। शिक्षा विभाग को इस बार पढ़ाई के लिए 1 लाख 22 हजार नई पुस्तकें प्राप्त हो चुकी हैं। इन पुस्तकों को जिले के 121 इंटर कॉलेज, 69 हाईस्कूल और 934 प्राथमिक स्कूलों में भेजा जा रहा है। नया शिक्षा सत्र 1 अप्रैल से शुरू हो गया था, लेकिन पुस्तकों की आपूर्ति में देरी के कारण अधिकांश स्कूलों में अब तक पुरानी किताबों के सहारे पढ़ाई कराई जा रही थी। अब किताबें जिला पुस्तक वितरण केंद्र राजपुरा गोदाम तक पहुंच गई हैं और वहां से स्कूलों तक वितरण का कार्य तेजी से शुरू कर दिया गया है। इस प्रयास से अब छात्र-छात्राओं को समय पर अध्ययन सामग्री मिल सकेगी और शैक्षणिक गतिविधियों में गति आएगी।
मुख्य शिक्षा अधिकारी गोविंद राम जयसवाल ने जानकारी दी कि किताबों की डिमांड के अनुसार अब जिले के राजपुरा गोदाम में 1 लाख 22 हजार पुस्तकें पहुंच चुकी हैं। इन पुस्तकों का जिले के 121 इंटर कॉलेज, 69 हाईस्कूल और 934 प्राथमिक स्कूलों में वितरण शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि कक्षा 1 से 12वीं तक के सभी बच्चों को निशुल्क किताबें प्रदान की जा रही हैं। जरूरत के अनुसार स्कूलों को पुस्तकें भेजी जा रही हैं ताकि जल्द से जल्द हर छात्र तक अध्ययन सामग्री पहुंच सके और पढ़ाई व्यवस्थित ढंग से आगे बढ़ सके।