चारधाम यात्रा मार्ग पर सुरक्षा चाक-चौबंद, हर भूस्खलन क्षेत्र पर तैनात जेसीबी व एसडीआरएफ..

चारधाम यात्रा मार्ग पर सुरक्षा चाक-चौबंद, हर भूस्खलन क्षेत्र पर तैनात जेसीबी व एसडीआरएफ..

अब हर तीन घंटे में SMS से मिल रही बारिश व भूस्खलन की जानकारी..

 

 

उत्तराखंड: चारधाम यात्रा के बीच मानसून के सक्रिय होते ही पुलिस प्रशासन ने अलर्ट मोड में काम शुरू कर दिया है। भूस्खलन और मौसम जनित आपदाओं की संभावनाओं को देखते हुए यात्रियों की सुरक्षा के लिए चेतावनी प्रणाली को सक्रिय कर दिया गया है। पुलिस अब SMS अलर्ट के माध्यम से यात्रियों को संभावित खतरों की जानकारी दे रही है, ताकि यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित रखा जा सके। पुलिस की ओर से बताया गया कि जैसे ही किसी मार्ग पर भूस्खलन या मार्ग बाधा की सूचना मिलती है, संबंधित यात्रियों को तुरंत एसएमएस के माध्यम से अलर्ट भेजा जाता है। यह अलर्ट उन्हें यात्रा रुकने, वैकल्पिक मार्ग अपनाने या विशेष सतर्कता बरतने की सलाह देता है। इस वर्ष मानसून में तकनीक और सुरक्षा बलों के माध्यम से चारधाम यात्रा को पहले से ज्यादा सुरक्षित और सुगम बनाने का प्रयास किया जा रहा है।इसे अलावा ट्रैकिंग रूट पर भी पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।

इस वर्ष चारधाम यात्रा को और अधिक सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए पुलिस प्रशासन ने पिछले वर्षों से अलग रणनीति अपनाई है। यात्रा मार्ग को सुपर जोन, जोन और सेक्टरों में विभाजित करते हुए व्यापक सुरक्षा और सूचना तंत्र तैयार किया गया है। अब मानसून के सक्रिय होते ही, यात्रियों को हर तीन घंटे में एसएमएस अलर्ट भेजे जा रहे हैं, जिसमें भारी बारिश और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों की जानकारी शामिल होती है। पुलिस विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमारा फोकस इस बार रूट को माइक्रो लेवल पर नियंत्रित करने और हर यात्री तक सटीक, त्वरित जानकारी पहुंचाने पर है। मानसून में यात्रा चुनौतीपूर्ण होती है, लेकिन सही सूचना समय पर मिले तो हादसे टाले जा सकते हैं।

पूरे यात्रा रूट में कुल 66 भूस्खलन जोन पुलिस ने चिह्नित किए थे। यहां पर चेतावनी बोर्ड लगाए गए थे। लेकिन, अब सड़क निर्माण के चलते कुछ छोटे जोन भी बने हैं। लिहाजा पुलिस और स्थानीय प्रशासन की टीम इन स्थानों को भी चिह्नित कर रही है। इन जगहों पर अस्थाई बोर्ड लगाए जा रहे हैं। साथ ही इन जगहों पर जेसीबी मशीनों को तैनात किया जा रहा है। ताकि, भूस्खलन होते ही तत्काल राहत कार्य किया जा सके। इसके अलावा अब मार्ग पर जाम आदि की दिक्कतों को देखते हुए बरसात में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश रेंज कार्यालय से जारी किए गए हैं।

मानसून के सक्रिय होते ही चारधाम यात्रा मार्ग पर सुरक्षा और सतर्कता के व्यापक इंतज़ाम कर दिए गए हैं। यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन और पुलिस की ओर से पूरी यात्रा पट्टी पर फोर्स की तैनाती कर दी गई है। साथ ही भूस्खलन संभावित क्षेत्रों के दोनों ओर जेसीबी मशीनों और एसडीआरएफ टीमों को तैनात कर दिया गया है। यात्रियों को SMS के जरिए लगातार अलर्ट भेजे जा रहे हैं, जिनमें मौसम की ताज़ा जानकारी, भूस्खलन की चेतावनी, और मार्ग की स्थिति का विवरण शामिल है। राज्य सरकार और जिला प्रशासन की ओर से स्पष्ट किया गया है कि यात्रा को सुरक्षित, व्यवस्थित और आपदा-प्रतिक्रियाशील बनाने के लिए हर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। मौसम और मार्ग की जानकारी के लिए हेल्पलाइन और सूचना केंद्रों को भी सक्रिय रखा गया है।