अब पौड़ी में ही बैठेंगे गढ़वाल कमिश्नर और आईजी, सीएम धामी ने दिए सख्त निर्देश..
उत्तराखंड: गढ़वाल कमिश्नरी का मुख्यालय पौड़ी में स्थापित है, लेकिन कमिश्नर और आईजी के देहरादून में अधिकतर समय बिताने पर लगातार सवाल उठते रहे हैं। स्थानीय जनप्रतिनिधियों और संगठनों का कहना था कि अधिकारियों की गैरमौजूदगी से पौड़ी जनपद के लोगों को प्रशासनिक कार्यों में भारी दिक्कत झेलनी पड़ती है। बता दे कि उत्तराखंड राज्य बनने से पहले कमिश्नर का दफ्तर पौड़ी में पूरी तरह सक्रिय रहता था। लेकिन राज्य गठन के बाद धीरे-धीरे हालात बदल गए और अधिकांश समय अधिकारी देहरादून में ही कैंप कार्यालय से काम करने लगे। इस पर स्थानीय लोगों ने नाराज़गी जताते हुए कहा था कि इससे पौड़ी की प्रशासनिक महत्ता और पहचान कमजोर हो रही है। पौड़ी में मुख्यालय होने के बावजूद अधिकारियों की देहरादून में तैनाती अब एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गया है। इस मुद्दे को लेकर क्षेत्रीय संगठनों और नेताओं ने भी सरकार पर सवाल उठाए। स्थानीय जनता का कहना था कि अगर मुख्यालय पौड़ी है तो वहां से ही कामकाज होना चाहिए।
इसी मुद्दे पर पौड़ी विधायक एवं कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने सीएम पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर दोनों अधिकारियों को पौड़ी में ही नियमित रूप से बैठाने की मांग की है। जनप्रतिनिधियों ने सीएम को अवगत कराया कि दूरस्थ जिलों से आने वाले लोगों को प्रशासनिक कार्यों के लिए देहरादून तक चक्कर लगाने पड़ते हैं। इससे न केवल आर्थिक बोझ और समय की बर्बादी होती है, बल्कि आमजन को अनावश्यक परेशानी का भी सामना करना पड़ता है। उनका कहना है कि जब गढ़वाल कमिश्नरी का मुख्यालय पौड़ी में है, तो अधिकारियों को यहीं से कार्य करना चाहिए।
स्थानीय संगठनों और नेताओं का कहना है कि पौड़ी का प्रशासनिक महत्व लगातार कम होता जा रहा है। अधिकारी अधिकतर समय देहरादून में ही रहते हैं, जिससे पौड़ी की पहचान और गरिमा प्रभावित हो रही है। यही कारण है कि अब यह मामला केवल प्रशासनिक नहीं बल्कि जनभावनाओं से जुड़ा मुद्दा बन चुका है। मंत्री धन सिंह रावत और सतपाल महाराज ने इस विषय को गंभीरता से उठाते हुए मुख्यमंत्री धामी से आग्रह किया कि अधिकारियों की पौड़ी में नियमित उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि उन्होंने सीएम धामी से स्पष्ट रूप से कहा है कि हफ्ते में कम से कम तीन दिन अधिकारियों को पौड़ी में ही बैठना चाहिए। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अब इस मामले में स्पष्ट रुख अपनाते हुए अधिकारियों को पौड़ी में नियमित रूप से बैठने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा कि मुख्यालय पौड़ी में है तो अधिकारियों की उपस्थिति भी यहीं सुनिश्चित होनी चाहिए, ताकि जनता को न्याय और सेवाएं समय पर मिल सकें।