पिथौरागढ़ निवासी मुस्कान सोनाल बनीं फर्स्ट पायलट अफसर..
उत्तराखंड: एक और पहाड़ की बेटी को देश की सेवा करने का मौका मिला है, जिससे पूरे प्रदेश में खुशी की लहर छाई है। चीन सीमा से सटे दारमा घाटी के सीमांत ग्राम सोन दुग्तू की मुस्कान सोनाल को एयर इंडिया ग्रुप से फर्स्ट पायलट ऑफिसर के पद पर नियुक्ति पत्र मिल चुका है। मुस्कान 15 अप्रैल को एयर इंडिया ग्रुप को ज्वाइन कर Airbus A320 से आसमान में उड़ान भरेंगी।
मुस्कान के पिता भूप सिंह सोनाल एसबीआई में मुख्य प्रबंधक के पद पर अभी कार्यरत हैं, जबकि उनकी मां बसंती सोनाल एक गृहिणी हैं। जबकि उनकी बड़ी बहन ज्योत्सना हेमवती नंदन बहुगुणा केंद्रीय विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर के पद पर हैं, जबकि छोटे भाई रोजर सोनाल हाईस्कूल में पढ़ रहे हैं। भूप सिंह सोनाल का कहना हैं कि मुस्कान ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी, रायबरेली से कॉमर्शियल पायलट लाइसेंस का तीन साल का कोर्स पूरा किया है और इसमें सफलता प्राप्त की है।
1980 उम्मीदवारों में प्रथम स्थान प्राप्त किया..
मुस्कान निजी कंपनी में तीन साल की सेवा देने के बाद, वह बहरीन गल्फ से दो महीने का पायलट कोर्स भी पूरा कर चुकी हैं। मुस्कान ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों को दिया है। उनके पिता ने बताया कि कोविड के दौरान वह उड़ान अकादमी, फुर्सतगंज में प्रशिक्षक के रूप में काम कर चुकी हैं। मुस्कान के पास 200 घंटे का उड़ान का अनुभव भी है। एयर इंडिया में 1980 उम्मीदवारों ने परीक्षा दी थी, जिसमें से 22 उम्मीदवारों को चयन किया गया था। मुस्कान ने इस परीक्षा में प्रथम स्थान हासिल किया। विधायक हरीश धामी और ब्लॉक प्रमुख धन सिंह धामी ने मुस्कान को उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी। मुस्कान रं समाज कल्याण संस्था (Rang Samaj Kalyan Sanstha) की पहली कॉमर्शियल महिला पायलट हैं।
रंग कल्याण संस्था के केंद्रीय मुख्य संरक्षक और पूर्व मुख्य सचिव उत्तराखंड नृप सिंह नपलच्याल, दीलिंग दारमा सेवा समिति अध्यक्ष करन सिंह ग्वाल और महासचिव दिनेश चलाल ने मुस्कान सोनाल के एयर इंडिया ग्रुप में फर्स्ट पायलट ऑफिसर के पद पर चयन को एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी है। उनका कहना हैं कि इस सफलता से आगे बढ़ने के लिए सीमांत के अन्य युवाओं को भी प्रेरणा मिलेगी।