मंत्री गणेश जोशी ने किया सैन्य धाम का निरीक्षण, प्रधानमंत्री मोदी कर सकते हैं लोकार्पण..
उत्तराखंड: उत्तराखंड के वीर सैनिकों की अमर शौर्यगाथा अब एक भव्य स्वरूप में दिखाई देगी। राज्य के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने गुरुवार को गुनियाल गांव (देहरादून) स्थित निर्माणाधीन सैनिक धाम का निरीक्षण किया और निर्माण कार्यों की प्रगति का जायजा लिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आगामी राज्य स्थापना दिवस (9 नवंबर) को उत्तराखंड को अपने पांचवें धाम के रूप में सैनिक धाम का उपहार मिलेगा। मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि सैनिक धाम का लोकार्पण एक ऐतिहासिक क्षण होगा, क्योंकि यह उत्तराखंड की वीर भूमि को समर्पित है। उन्होंने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं इस धाम के लोकार्पण समारोह में देहरादून आने की संभावना है। इसे लेकर प्रशासन और राज्य सरकार स्तर पर तैयारियां तेज़ कर दी गई हैं। देहरादून के गुनियाल गांव में निर्मित हो रहा सैनिक धाम उत्तराखंड के उन शहीदों को समर्पित है जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया।
धाम परिसर में देशभर के शहीदों की मिट्टी को लाकर स्थापित किया गया है, जिससे यह एकता और वीरता का प्रतीक बन गया है। धाम में शहीद स्मारक, संग्रहालय, प्रेरणादायक गैलरी, ध्यान केंद्र और सैनिक परिवारों के लिए श्रद्धा स्थल तैयार किया जा रहा है। निर्माण कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है और अधिकांश ढांचा अब अंतिम चरण में है। उत्तराखंड को देवभूमि कहा जाता है, जहां चारधाम केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री आस्था के केंद्र हैं। अब सैनिक धाम को उत्तराखंड का पांचवां धाम घोषित किया गया है, जो भक्ति और देशभक्ति दोनों का संगम होगा। सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने स्थल पर निर्माण एजेंसी और अधिकारियों के साथ बैठक की तथा शेष कार्यों को निर्धारित समयसीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह धाम हर उस सैनिक को नमन है जिसने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। यह स्थल आने वाली पीढ़ियों को देशभक्ति की प्रेरणा देगा।
लंबे इंतजार के बाद उत्तराखंड को आखिरकार अपने सैनिक धाम की सौगात मिलने जा रही है। प्रदेश के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि इस बार राज्य स्थापना दिवस (9 नवंबर) के अवसर पर उत्तराखंड को अपने पांचवें धाम के रूप में सैनिक धाम समर्पित किया जाएगा। मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि इस ऐतिहासिक अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं देहरादून पहुंचकर सैनिक धाम का लोकार्पण कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की ओर से इस कार्यक्रम को लेकर सकारात्मक संकेत मिले हैं। अगर उस समय बिहार विधानसभा चुनाव अभियान की व्यस्तता नहीं रही तो पीएम मोदी निश्चित रूप से देहरादून आएंगे और इस धाम को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। सैनिक धाम का निर्माण देहरादून के गुनियाल गांव में किया गया है। यह स्थल उत्तराखंड के वीर सपूतों की वीरता, बलिदान और गौरवगाथा को समर्पित है। इस धाम में देशभर के शहीदों की मिट्टी लाकर स्थापित की गई है, जो इसे राष्ट्रीय एकता और देशभक्ति का अनोखा प्रतीक बनाती है। धाम परिसर में शहीद स्मारक, संग्रहालय, प्रेरणा गैलरी, ध्यान केंद्र, सैनिक परिवारों के लिए श्रद्धा स्थल और अन्य कई आकर्षक संरचनाएं बनाई गई हैं। निर्माण कार्य अब अंतिम चरण में है और सरकार की कोशिश है कि स्थापना दिवस से पहले सभी कार्य समय पर पूरे हो जाएं।
इस मौके पर मंत्री गणेश जोशी ने अधिकारियों को गुणवत्ता के साथ निर्माण कार्यों को समय से पूर्ण करने के निर्देश दिए. मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि सैनिकों के सम्मान में विशाल सैन्य धाम जल्द बनकर तैयार होगा। यह सैन्य धाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना और धामी सरकार के संकल्प का परिणाम है, जिसे पूरा करने का सौभाग्य उन्हें मिला है। देश भर में विभिन्न स्मारकों का अध्ययन करने के बाद सैन्य धाम को सबसे बेहतर बनाया है। उन्होंने बताया कि भारत की सेना में दो सैनिकों की पूजा होती है, जिनमें बाबा हरभजन सिंह और बाबा जसवंत सिंह है। सैन्य धाम में एक म्यूजियम, थियेटर और लाइट एंड साउंड शो की व्यवस्था होगी, जिसके माध्यम से शहीदों की वीरता के चित्र और गाथाएं प्रदर्शित की जाएगी।
मंत्री जोशी ने कहा कि लोकार्पण के बाद जिस प्रकार लोग चारधाम के दर्शन करने जाते हैं, वैसे ही लोग हमारे वीर सपूतों को श्रद्धांजलि देने और उनकी गाथा जानने के लिए सैन्य धाम को देखने जरूर आएंगे। निरीक्षण के दौरान नक्षत्र वाटिका की स्थापना सहित अन्य निर्माण कार्यों को प्राथमिकता पर करने के निर्देश दिये गये। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी देहरादून के परेड ग्राउंड में रैली करने आये थे, तब उन्होंने कहा था कि उत्तराखंड में चारधाम मौजूद है। इसके साथ ही उत्तराखंड का देश की सेवा में बड़ा योगदान है। अब तक उत्तराखंड से 1734 सैनिकों ने अपने प्राणों के रूप में सर्वोच्च बलिदान दिया है। ऐसे में उत्तराखंड में पांचवें धाम के रूप में पीएम मोदी ने एक सैनिक धाम परिकल्पना की थी, जो आज आज धरातल पर उतर चुकी है। उन्होंने कहा कि सीएम धामी लगातार पीएम मोदी का समय लेने का प्रयास कर रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि पीएम मोदी जरुर उत्तराखंड के सैनिक धाम का लोकार्पण करेंगे। उत्तराखंड के गंगोत्री-यमुनोत्री और बद्री केदार की तरह सैनिक धाम के रूप में इस पांचवें धाम में भी लोगो की उसी तरह की आस्था देखने को मिलेगी।
