मांडूवाला स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में छात्रावास भवन का शिलान्यास..
उत्तराखंड: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को देहरादून के मांडूवाला स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में नवीन छात्रावास भवन का शिलान्यास किया। इस अवसर पर विद्यालय प्रशासन, शिक्षकगण, स्थानीय जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे। सीएम ने छात्रावास निर्माण की आधारशिला रखते हुए कहा कि यह छात्रावास केवल एक भवन नहीं, बल्कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास का एक सशक्त माध्यम बनेगा। यहां न केवल उन्हें आवासीय सुविधा मिलेगी, बल्कि अनुशासन, अध्ययन और सांस्कृतिक मूल्यों के साथ आगे बढ़ने का अवसर भी मिलेगा। सीएम धामी ने कार्यक्रम में उपस्थित छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए प्रेरणादायक संदेश भी दिया। उनका कहना हैं कि राज्य सरकार शिक्षा को प्राथमिकता देते हुए ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। शिलान्यास के साथ ही यह छात्रावास निर्माण कार्य स्थानीय क्षेत्र में शैक्षिक आधारभूत ढांचे को मज़बूत बनाने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
सीएम धामी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत की स्वतंत्रता के बाद जब सांस्कृतिक मूल्यों और राष्ट्रवाद की भावना को सुदृढ़ करने की आवश्यकता महसूस हुई, तब सरस्वती शिशु मंदिरों की स्थापना एक ऐतिहासिक कदम था। ये संस्थान शिक्षा के साथ-साथ राष्ट्रीय चरित्र निर्माण का भी केंद्र हैं। उन्होंने विद्यालय परिवार को ऐसे संस्थानों के योगदान के लिए साधुवाद दिया, जो नई पीढ़ी को संस्कार, सेवा और समर्पण के मूल्यों से जोड़ते हैं। सीएम धामी ने सरस्वती विद्या मंदिर मांडूवाला के उन विद्यार्थियों को विशेष शुभकामनाएं दीं, जिन्होंने हाल ही में संपन्न 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं में शत-प्रतिशत परिणाम प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि यह सफलता विद्यार्थियों की मेहनत, शिक्षकों के मार्गदर्शन और विद्यालय के अनुशासित वातावरण का प्रतिफल है। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित छात्रावास भवन केवल एक संरचना नहीं, बल्कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास का आधार बनेगा, जहां उन्हें आवासीय सुविधा के साथ बेहतर शैक्षणिक और नैतिक वातावरण मिलेगा।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को देहरादून के मांडूवाला स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में छात्रावास भवन के शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की शिक्षा व्यवस्था में ऐतिहासिक व व्यापक सुधार किए गए हैं। सीएम ने कहा कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य है जिसने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (नई शिक्षा नीति – NEP) को लागू किया। इसके अंतर्गत राज्य में 141 पीएम श्री विद्यालयों और नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय विद्यालयों का निर्माण प्रगति पर है। सीएम धामी ने कहा कि शिक्षा के डिजिटलीकरण की दिशा में राज्य सरकार लगातार काम कर रही है। प्रदेश के 13 जिलों के 500 से अधिक विद्यालयों में वर्चुअल क्लासरूम की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, जिससे दूरदराज क्षेत्रों के छात्र भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से जुड़ सकें। सीएम ने इसे शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव बताया और कहा कि राज्य सरकार हर बच्चे तक गुणवत्तापूर्ण, आधुनिक और नैतिक शिक्षा पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
मेधावी छात्रों को भारत भ्रमण पर भेजने की शुरुआत
सीएम ने कहा क्वालिटी एजुकेशन सुनिश्चित करने के लिए सभी सरकारी विद्यालयों में NCERT पुस्तके अनिवार्य की हैं। साथ ही उत्तराखंड के सरकारी और अशासकीय स्कूलों के छठवीं से 12वीं कक्षा तक के मेधावी छात्र-छात्राओं को, मुख्यमंत्री मेधावी छात्र प्रोत्साहन छात्रवृत्ति योजना के तहत छात्रवृत्ति दी जा रही है। राज्य में बच्चों के व्यक्तित्व विकास के लिए हर विकासखंड के 10 वीं और 12वीं के मेधावी छात्रों को भारत भ्रमण पर भेजने की शुरुआत भी की गई है।