उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के खिलाफ कांग्रेस और उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) ने मोर्चा खोल दिया है। दोनों दलों ने उनके सदन में दिए गए बयान को पर्वतीय समुदाय के लिए आहत करने वाला बताया है और इस्तीफे की मांग की है।
कांग्रेस का आरोप – “पहाड़ी समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंची”
उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि भाजपा यह समझ नहीं पा रही कि यह केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि भावनात्मक मुद्दा भी है। उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के बयान ने पहाड़ी समाज को गहरा आघात पहुंचाया है।
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का आंदोलन को लेकर दिया गया बयान और मुकदमे की धमकी मामले को और गंभीर बना रही है।
उक्रांद ने भी की बर्खास्तगी की मांग
उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) के पूर्व अध्यक्ष एवं संरक्षक काशी सिंह ऐरी ने भी प्रेमचंद अग्रवाल के बयान को पर्वतीय समाज के खिलाफ बताया और उन्हें तत्काल मंत्री पद से हटाने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मंत्री को बर्खास्त नहीं किया गया, तो प्रदेशभर में उग्र आंदोलन होगा।
अन्य मुद्दों पर भी सरकार को घेरा
काशी सिंह ऐरी ने सरकार से उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय (यूटीयू) की अनियमितताओं पर भी संज्ञान लेने की मांग की। इसके अलावा, वन विभाग के बजट से आईफोन, लैपटॉप, फ्रीज और कूलर खरीदे जाने के मामले में भी जांच कराने और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की।
सरकार पर बढ़ा दबाव
इस विरोध के बाद राजनीतिक हलकों में हलचल तेज हो गई है। अब देखना यह होगा कि सरकार इस विरोध को शांत करने के लिए क्या कदम उठाती है।