उत्तराखंड राजनीति की दिवाली, सीएम धामी की मुलाकातों ने बढ़ाए कैबिनेट विस्तार के कयास..

उत्तराखंड राजनीति की दिवाली, सीएम धामी की मुलाकातों ने बढ़ाए कैबिनेट विस्तार के कयास..

 

उत्तराखंड: दिवाली का त्योहार इस बार उत्तराखंड के राजनीतिक गलियारों में भी खूब रोशनी लेकर आया। एक ओर जहां पूरे प्रदेश में दीपों की जगमगाहट थी, वहीं दूसरी ओर सीएम पुष्कर सिंह धामी की राजनीतिक मुलाकातों ने सियासी हलचल तेज कर दी। दिवाली के दिन सीएम धामी ने कई दिग्गज नेताओं और पूर्व मुख्यमंत्रियों से मुलाकात की, जिसके बाद चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। सूत्रों के अनुसार सीएम धामी ने सबसे पहले पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने भुवन चंद्र खंडूरी और रमेश पोखरियाल निशंक समेत कई वरिष्ठ नेताओं से भी भेंट की। राजनीतिक हलकों में इन मुलाकातों को सिर्फ शिष्टाचार नहीं, बल्कि आने वाले संभावित कैबिनेट विस्तार और संगठनात्मक फेरबदल से जोड़कर देखा जा रहा है।

वहीं सीएम ने दिवाली के अवसर पर पार्टी के कई विधायकों से भी चर्चा की। इन बैठकों के दौरान प्रदेश के विकास कार्यों, आगामी बजट सत्र, और संगठनात्मक रणनीतियों पर बातचीत हुई।राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इन मुलाकातों के पीछे “सिर्फ शुभकामनाओं का आदान-प्रदान” नहीं, बल्कि आने वाले दिनों में होने वाले राजनीतिक समीकरणों में बदलाव की तैयारी भी छिपी हो सकती है। क्योंकि लंबे समय से प्रदेश में कैबिनेट विस्तार की अटकलें लगाई जा रही हैं, और सीएम धामी के इस तरह के राजनीतिक संवाद ने इन कयासों को और हवा दे दी है। बीजेपी सूत्रों का कहना है कि पार्टी हाईकमान की अनुमति मिलते ही कैबिनेट में नए चेहरों को शामिल करने पर निर्णय लिया जा सकता है। साथ ही कुछ मंत्रियों के विभागों में फेरबदल की भी संभावना है। राजनीति के जानकारों का कहना है कि दिवाली की ये सियासी ‘रोशनी’ आने वाले हफ्तों में कुछ बड़े राजनीतिक “फैसलों की चमक” भी दिखा सकती है।

 

आपको बात दे कि सीएम धामी की मुलाकातों का सिलसिला 19 अक्टूबर से शुरू हुआ। इसमें सीएम धामी ने सबसे पहले पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत से मुलाकात की। इसके बाद सीएम धामी भुवन चंद्र खंडूड़ी के आवास पर पहुंचे। जहां उन्होंने पूर्व सीएम की कुशलक्षेम जानी। इसके बाद सीएम धामी पूर्व सीएम हरीश रावत से मिलने उनके आवास पर पहुंचे। सीएम धामी की इस मुलाकात की सबसे ज्यादा चर्चा हुई। इसके बाद सीएम धामी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक से मुलाकात की। साथ ही सीएम धामी ने त्रिवेंद्र सिंह रावत और भगत सिंह कोश्यारी से भी मुलाकात की। इसके बाद सीएम धामी ने विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी से भी भेंट की। पूर्व मुख्यमंत्रियों से मुलाकात के बाद सीएम धामी ने सरकार और संगठन के लोगों से भी मुलाकात की। इस कड़ी में सीएम धामी ने सबसे पहले कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने उत्तराखंड बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट से मुलाकात की। इसके बाद सीएम धामी ने बीजेपी के विधायकों से भी मुलाकात की। इसमें मुन्ना सिंह चौहान, विनोद कंडारी, खजान दास जैसे नाम शामिल रहे। इन सभी विधायकों की स्पेशल मुलाकातों के जानकार कैबिनेट विस्तार से जोड़कर देख रहे हैं।

बता दें उत्तराखंड में लंबे समय से मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं चल रही हैं। कई विधायक ऐसे हैं, जो कि मंत्रिमंडल में जगह को लेकर उम्मीद लगाए बैठे हैं।उत्तराखंड में मंत्रिमंडल कोटे की बात करें तो 8 मंत्रियों, 3 राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) समेत 1 सीएम यानी कुल 12 लोगों का कोटा है। धामी सरकार के इस तीन साल के कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के निधन और प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के बाद अब कैबिनेट के 2 पद और खाली हो गए। इसके बाद चंदन राम दास के पास मौजूद महत्वपूर्ण इंडस्ट्री डिपार्मेंट और प्रेमचंद अग्रवाल के पास मौजूद वित्त, हाउसिंग डिपार्टमेंट भी सीएम के पास है।