श्रीनंदा देवी राजजात यात्रा की तैयारियों ने पकड़ी रफ्तार, वाण गांव पहुंचेगे सीएम धामी..

श्रीनंदा देवी राजजात यात्रा की तैयारियों ने पकड़ी रफ्तार, वाण गांव पहुंचेगे सीएम धामी..

 

 

उत्तराखंड: 14 माह बाद प्रस्तावित हिमालयी महाकुंभ श्रीनंदा देवी राजजात यात्रा को लेकर तैयारियां जोर पकड़ने लगी हैं। इस ऐतिहासिक और धार्मिक यात्रा के सुचारू संचालन के लिए प्रशासनिक स्तर पर गतिविधियां तेज हो गई हैं। इसी कड़ी में सोमवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी यात्रा के अंतिम आबादी वाले पड़ाव वाण गांव पहुंचेंगे, जहां वे तैयारियों की समीक्षा करेंगे। राजजात यात्रा को लेकर स्थानीय प्रशासन, ग्राम सभाएं और मंदिर समितियां भी सक्रिय हो गई हैं। वाण गांव, जहां से देवी डोली हिमालयी रुख करती है, तैयारियों का केंद्र बन गया है। सीएम का दौरा न केवल व्यवस्थाओं को गति देगा, बल्कि राजजात यात्रा के महत्व को राष्ट्रीय स्तर पर भी रेखांकित करेगा। बता दे कि श्रीनंदा राजजात यात्रा हर 12 से 14 वर्षों में होती है और इसे ‘हिमालय का कुंभ’ कहा जाता है, जिसमें हजारों श्रद्धालु कठिन पैदल मार्ग से मां नंदा देवी की डोली के साथ शामिल होते हैं।

उत्तराखंड की संस्कृति, आस्था और रहस्य से जुड़ी श्रीनंदा देवी राजजात यात्रा एक बार फिर चर्चा में है। हर 12 से 14 वर्षों में आयोजित होने वाली यह यात्रा लगभग 280 किलोमीटर लंबी कठिन पैदल धार्मिक यात्रा है, जो देवभूमि की गहराई और हिमालय की पवित्रता का प्रतीक मानी जाती है। यह यात्रा चमोली जिले के नौटी गांव से शुरू होकर होमकुंड तक जाती है, जहां देवी नंदा को प्रतीकात्मक रूप से हिमालय की ओर विदा किया जाता है। इस यात्रा में गढ़वाल और कुमाऊं के सैकड़ों गांवों से देव छंतोलियां, धार्मिक निशान, और हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं। यात्रा का नेतृत्व अनोखे रूप से एक पवित्र और विशेष भेड़ चौसिंगा खाडू द्वारा किया जाता है, जिसे मां नंदा की अगुवाई का प्रतीक माना जाता है। राजजात यात्रा न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि यह क्षेत्र की लोकसंस्कृति, परंपरा, और पर्यावरणीय जुड़ाव का भी अद्वितीय उदाहरण है। यात्रा के दौरान दुर्गम पहाड़ी रास्तों, ग्लेशियरों और ऊंचे पर्वतीय दर्रों को पार करते हुए श्रद्धालु मां नंदा की भक्ति में लीन रहते हैं। इस यात्रा को ‘हिमालय का महाकुंभ’ भी कहा जाता है।

वर्ष 2014 में यात्रा संपन्न हुई थी, जिससे यह वर्ष 2026 में संभावित है। सीएम राजजात यात्रा के संबंध में देहरादून में एक बैठक कर चुके हैं। सोमवार को वह लाटू मंदिर के कपाटोद्घाटन के अवसर पर देवाल के वाण पहुंच रहे हैं। वहां सीएम यात्रा की तैयारियों के लिए अधिकारियों, राजजात आयोजक समिति और जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक करेंगे।

राजजात यात्रा में मुख्य मार्ग के साथ ही सहायक मार्गों पर भी व्यवस्थाएं जुटानी होगी। ऐसे में जिले के ग्रामीण विकास, पयर्टन, ऊर्जा, पेयजल सहित तमाम विभागों ने निर्माण कार्यों के प्रस्ताव तैयार किए हैं। वहीं यात्रा में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने पर सुरक्षा व्यवस्था भी चुनौती होगी। सीएम ने प्रधानमंत्री के मुखबा दौरे में हिमालयी महाकुंभ को बेहतर बनाने की बात कही थी। बीते माह देहरादून में बैठक कर अधिकारियों को निर्देशित किया। इसी क्रम में सीएम देवाल के वाण गांव में सोमवार को यात्रा की तैयारी की समीक्षा बैठक लेंगे।