स्वास्थ्य कार्मिकों के लिए 205 करोड़ रु से अधिक के प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा

देहरादून । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वैश्विक महामारी कोविड-19 से निपटने के लिए प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र और इसमें कार्यरत कार्मिकों के लिए 205 करोङ रूपये से अधिक के प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा की है। इससे प्रदेश के 3 लाख 73 हजार 568 लोग लाभान्वित होंगे। सोमवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय स्थित जनता दर्शन हॉल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय कोरोना योद्धा सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के लगभग 50 कोरोना योद्धाओं को सम्मानित किया।
     मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि एक वर्ष से अधिक अवधि से लगातार कोविड- 19 जैसी भयानक वैश्विक महामारी से लड़ाई में हमारे स्वास्थ्य क्षेत्र के अधिकारियों, चिकित्सकों, पैरा मेडिकल स्टाफ, चतुर्थ श्रेणी तथा अन्य समस्त कर्मियों द्वारा दिन-रात समर्पण एवं सेवाभाव के साथ दिन-रात मेहनत कर अत्यन्त ही सराहनीय कार्य किया जा रहा है। इनके द्वारा समर्पण भाव से किये गये कर्तव्य निर्वहन को वित्तीय रूप से कंपनसेट (भरपाई) करना संभव नहीं है।  फिर भी, राज्य सरकार द्वारा ऐसे कार्मिकों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रोत्साहन सहायता ध् राशि प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री द्वारा घोषित पैकेज के अन्तर्गत आगामी 5 माह हेतु आशा फसिलिटेटर एवं आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को  2-2 हजार रूपए प्रतिमाह दिया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के ग्रुप सी एवं डी के कार्मिकों को 3-3 हजार रूपये तथा चिकित्सकों को 10-10 हजार रूपये की धनराशि प्रोत्साहन स्वरूप दी जायेगी। इससे लगभग 61000 कार्मिक लाभान्वित होंगे। साथ ही 1120 आशा फैसिलिटेटर एवं आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को एक-एक टैबलेट भी प्रदान किया जायेगा। इन कार्मिकों को कोविड-19 के दुष्प्रभाव से बचाने तथा इनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उददेश्य से इन्हें आयुर्वेदिक एवं होम्योपैथिक किट भी वितरित की जायेगी। उपरोक्त योजनाओं से लगभग 3,73,568 व्यक्ति लाभान्वित होंगे।
       सचिव डॉ पंकज कुमार पाण्डेय ने बताया कि कोविड काल में प्रदेश में हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर में कई गुना सुधार किया गया है। मार्च 2020 में जिला कोविड केयर सेंटर एक भी नहीं था, जुलाई 2021 में 320 हो गये। आक्सीजन सपोर्ट बैड मार्च 2020 में 673 से बढ़कर 6572 हो गये हैं। इस अवधि में आईसीयू बैड 216 से बढकर 1655, वेंटिलेटर 116 से बढकर 1014 हो गये। आक्सीजन जनरेशन प्लांट पहले केवल एक था, अब 24 हो गये हैं। मेडिकल अफसर की संख्या 1861 से बढ़कर 2351 हो गई है। आरटीपीसीआर टेस्टिंग लैब केवल 01 थी जो कि अब 37 हो गई हैं। अब हमारे पास 64 ट्रू नेट मशीन हैं। वैक्सीनेशन में हम राष्ट्रीय औसत से आगे हैं। 50 प्रतिशत को पहली डोज लगाई जा चुकी हैं।