वरिष्ठ भाजपा नेता व विधायक हरबंश कपूर का निधन, दून में शोक की लहर

देहरादून । भाजपा के वरिष्ठ नेता और आठ बार के विधायक हरबंस कपूर का आकस्मिक निधन हो गया। वे अभी 75 वर्ष के थे। उनके निधन से भाजपा समेत क्षेत्रवासियों में भी शोक की लहर है। उनके निधन पर शासन द्वारा दून में सोमवार को एक दिन का सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। राज्यपाल गुरमीत सिंह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, सांसद डा. रमेश पोखरियाल निशंक समेत कई नेताओं ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
उनकी मृत्यु का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है। वे पार्टी की तमाम बैठकों और अन्य गतिविधियों में सक्रिय थे। रविवार को भी उन्होंने विभिन्न बैठकों में प्रतिभाग किया। बीती रात को वे भोजन करने के बाद अपने इंदिरा नगर स्थित आवास पर सो गए थे। सोमवार सुबह जब उन्हें चाय पीने के लिए उठाया गया तो वे नहीं उठे। उनके निधन से भाजपा समेत क्षेत्रवासियों में भी शोक की लहर है। वहीं, दून में एक दिन का सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। सात जनवरी 1946 को जन्मे हरबंस कपूर एक कुशल राजनीतिज्ञ रहे हैं। वे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और कैंट विधानसभा सीट से विधायक थे। कैंट क्षेत्र में उनका ही दबदबा रहा है। वे लगातार आठ बार इस सीट पर काबिज हुए। इससे जनता के बीच उनकी पकड़ का भी अंदाजा लगाया जा सकता है। हरबंस कपूर 2007 से 2012 तक उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष भी रह चुके हैं। 1985 में उन्हें पहली हार मिली थी, लेकिन इसके बाद से वे कभी विधानसभा चुनाव नहीं हारे और लगातार आठ बार विधायक बने। उनके निधन से भाजपा समेत क्षेत्रवासियों में शोक की लहर है। उनके निधन पर शासन द्वारा दून में सोमवार को एक दिन का सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है।
दोपहर 2.30 बजे हरबंश कपूर के पार्थिव शरीर को भाजपा प्रदेश मुख्यालय लाया गया, जहां कि तमाम पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं ने उनके अंतिम दर्शन किए व श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके पश्चात देहरादून में लक्खीबाग स्थित श्माशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। प्रदेश भाजपा कार्यालय में उनके पार्थिव शरीर पर प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, राष्ट्रीय सह महामंत्री संगठन शिव प्रकाश, प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत, धन सिंह रावत, कुलदीप कुमार, राजेंद्र भण्डारी ने पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। पार्टी के वरिष्ठतम नेताओं में शुमार दिवंगत हरबंश कपूर को श्रदांजलि देने के लिए प्रदेश मुख्यालय में उपस्थित सैकड़ों की संख्या में पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने उन्हंें अश्रुपूर्ण विदाई दी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरबंस कपूर के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने हरबंस कपूर के आवास पर जाकर उनको भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने शोकाकुल परिजनों को ढाढस बंधाया और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरबंस कपूर राजनैतिक मूल्यों को आत्मसात करते हुए अपने विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए हमेशा मुखर रहे। लगातार 8 बार विधानसभा का चुनाव जीतना उनकी लोकप्रियता को साबित करता है। मुख्यमंत्री ने उनके परिजनों, समर्थकों और शुभचिंतकों को इस दुःख की घड़ी में धैर्य प्रदान करने की कामना की है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद हरिद्वार डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने हरबंस कपूर के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। डॉ निशंक ने कहा कि स्व. कपूर मृदुभाषी, जमीनी नेता और सादगी के प्रतीक थे। उनका निधन भाजपा समेत पूरे प्रदेश की क्षति है जिसे पूरा किया जाना संभव नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने हरबंस कपूर के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड भाजपा के वरिष्ठतम विधायकों में से एक हरबंस कपूर ने अनेक संघर्षों से पार्टी संगठन को खड़ा करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उत्तराखंड बनने के बाद विधानसभा के अध्यक्ष के रूप आपने अपनी अमिट छाप छोड़ी। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने हरबंस कपूर के आकस्मिक निधन पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि मैं आज जो भी हूं, सब उनका आशीर्वाद है। उनका निधन भाजपा के साथ ही मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। उन्होंने प्रार्थना की कि पुण्यआत्मा को अपने चरणों में स्थान दे शोकाकुल परिवारजनों को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। देहरादून में दिलाराम चौक के समीप कांग्रेस की होने वाली रैली को स्थगित किया गया। इस दौरान विधायक स्वर्गीय हरबंस कपूर के निधन पर दिलाराम चौक पर श्रंद्धाजलि कर दो मिनट मौन रखा। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल समेत कांग्रेसी कार्यकर्त्ता मौजूद रहे।