कैंची धाम में राष्ट्रपति मुर्मू ने की पूजा-अर्चना, कहा बाबा की भूमि पर आकर मिला आध्यात्मिक सुकून..
उत्तराखंड: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को नैनीताल जिले के प्रसिद्ध कैंची धाम मंदिर पहुंचकर बाबा नीब करौरी महाराज के दर्शन किए और पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने मंदिर परिसर में लगभग आधे घंटे से अधिक समय व्यतीत किया और बाबा की समाधि स्थल पर ध्यान लगाया। इस अवसर पर कैंची धाम मंदिर समिति के प्रबंधक प्रदीप साह भय्यू ने राष्ट्रपति को बाबा नीब करौरी महाराज के जीवन, उनके चमत्कारों और कैंची धाम की ऐतिहासिक महत्ता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। राष्ट्रपति मुर्मू ने मुख्य मंदिर के साथ-साथ परिसर में स्थित अन्य मंदिरों में भी पूजा-अर्चना की और देश एवं प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की।पूजा के दौरान राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह, शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, तथा कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। मंदिर परिसर में राष्ट्रपति के आगमन के दौरान सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए थे। स्थानीय प्रशासन, पुलिस और एसपीजी की संयुक्त टीमों ने पूरे क्षेत्र को पहले से ही सुरक्षा घेरे में लिया हुआ था।
राष्ट्रपति के आगमन से पहले कैंची धाम में साफ-सफाई, सजावट और तैयारियों को लेकर विशेष इंतजाम किए गए थे। मंदिर परिसर को फूलों से सजाया गया और श्रद्धालुओं की आवाजाही को नियंत्रित करने के लिए विशेष व्यवस्था की गई।राष्ट्रपति के दर्शन के दौरान मंदिर परिसर में उपस्थित श्रद्धालुओं ने ‘बाबा नीब करौरी महाराज की जय’ के जयकारे लगाए। राष्ट्रपति मुर्मू ने बाबा के चरणों में नमन करते हुए कहा कि “कैंची धाम की इस पवित्र भूमि पर आकर मुझे आध्यात्मिक शांति का अनुभव हुआ है। बता दे कि कैंची धाम उत्तराखंड के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है, जहाँ देश-विदेश से प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु बाबा नीब करौरी महाराज के दर्शन हेतु पहुंचते हैं। यह वही स्थान है, जहाँ एप्पल कंपनी के संस्थापक स्टीव जॉब्स और फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग भी प्रेरणा प्राप्त करने के लिए आ चुके हैं। राष्ट्रपति का यह दौरा उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती वर्ष के दौरान आध्यात्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
