5 नवंबर को दून विश्वविद्यालय में होगा प्रवासी सम्मेलन, देश-विदेश से 600 से अधिक प्रवासी होंगे शामिल..

5 नवंबर को दून विश्वविद्यालय में होगा प्रवासी सम्मेलन, देश-विदेश से 600 से अधिक प्रवासी होंगे शामिल..

 

उत्तराखंड: उत्तराखंड के राज्य बनने के 25 साल पूरे होने पर इस बार स्थापना दिवस बेहद खास रहने वाला है। सीएम पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने 1 से 9 नवंबर तक राज्यभर में विविध कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित करने की घोषणा की है। इस दौरान उत्तराखंड की संस्कृति, विकास यात्रा और उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए विशेष आयोजन किए जाएंगे। इसी क्रम में 5 नवंबर को दून विश्वविद्यालय में प्रवासी उत्तराखंड सम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जिसमें देश-दुनिया के कोने-कोने से उत्तराखंड मूल के लोग एक बार फिर अपनी जड़ों से जुड़ने राजधानी देहरादून पहुंचेंगे। सरकार की ओर से बताया गया है कि इस सम्मेलन में अब तक 600 से अधिक प्रवासियों ने पंजीकरण कर लिया है। कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल प्रवासी उत्तराखंडियों को अपनी मातृभूमि से जोड़ना है, बल्कि राज्य के विकास में उनकी भागीदारी को भी मजबूत बनाना है। सम्मेलन में राज्य के विभिन्न विभाग अपनी योजनाओं की जानकारी देंगे, ताकि प्रवासी अपने क्षेत्र में निवेश और सहयोग कर सकें। सीएम धामी ने कहा कि 25वां स्थापना दिवस राज्य की गौरवगाथा का प्रतीक होगा। बीते ढाई दशकों में उत्तराखंड ने विकास, पर्यटन, शिक्षा, स्वास्थ्य और उद्योग के क्षेत्र में जो उपलब्धियां हासिल की हैं, उन्हें पूरे गर्व के साथ प्रदर्शित किया जाएगा।

राज्य सरकार से मिली जानकारी के अनुसार सम्मेलन दो सत्रों में आयोजित किया जाएगा। पहले सत्र में पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास पर चर्चा होगी, जबकि दूसरे सत्र में शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। इन सत्रों में राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि और अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले विशेषज्ञ प्रवासी उत्तराखंडियों के साथ संवाद करेंगे। कार्यक्रम का उद्देश्य राज्य की 25 साल की विकास यात्रा का मूल्यांकन करते हुए आने वाले वर्षों के लिए एक नई दिशा तय करना है। सम्मेलन में प्रवासी उत्तराखंडियों से राज्य के विकास, निवेश, और सामाजिक सशक्तिकरण से जुड़ी योजनाओं पर सुझाव आमंत्रित किए जाएंगे, ताकि राज्य को और अधिक आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाया जा सके। सीएम धामी ने कहा कि प्रवासी उत्तराखंडवासी राज्य की अमूल्य पूंजी हैं। उनकी सोच, अनुभव और सुझाव उत्तराखंड को विकास के नए आयाम देने में सहायक होंगे।

सीएम पुष्कर सिंह धामी की तरफ से जारी किये गए बयान में कहा गया है कि प्रवासियों को एक मंच पर लाने और उन्हें अपनी मातृभूमि से सक्रियता से जोड़ने तथा राज्य के विकास में उनकी सहभागिता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से यह सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। पिछले आयोजन के हमारे अनुभव बेहद उत्साहित करने वाले रहे हैं। मैं उत्तराखंड के रजत जयंती वर्ष के अवसर पर आयोजित हो रहे इस सम्मेलन के लिए प्रवासी उत्तराखंडियों को सादर आमंत्रित करता हूं। प्रवासी उत्तराखंडियों के सुझाव उत्तराखंड के विकास का रोड मैप तैयार करने में अहम भूमिका निभाएंगे। इस साल उत्तराखंड स्थापना दिवस को धामी सरकार रजत जयंती वर्ष के रूप में मना रही है। वहीं उत्तराखंड सरकार राज्य स्थापना दिवस से पहले तीन और चार नवंबर को विशेष सत्र आहूत करने जा रही है। विशेष सत्र के दौरान सत्तापक्ष और विपक्ष मिलकर राज्य के विकास पर चर्चा करेंगे साथ ही सुझाव देकर भविष्य के रोडमैप पर मंथन किया जाएगा।ताकि उत्तराखंड को देश के उत्कृष्ट राज्यों में अपना स्थान हासिल कर सके।