सचिवालय में सजी सृजनशीलता की झलक, मुख्य सचिव ने बाल और महिला गृहों की प्रतिभा को सराहा..
उत्तराखंड: उत्तराखंड के मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने गुरुवार को सचिवालय परिसर में आयोजित राजकीय बाल देखरेख संस्थाओं के बच्चों और राजकीय महिला गृहों की महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। यह प्रदर्शनी महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित “आलंबन आउटलेट सेंटर” के माध्यम से लगाई गई है और 17 अक्टूबर तक जारी रहेगी। इस अवसर पर मुख्य सचिव ने बच्चों और महिलाओं द्वारा बनाई गई आकर्षक पेंटिंग्स, दीप, करवा, मोमबत्तियां, ऐंपण आर्ट, भीमल पेटिंग, हस्तनिर्मित तोड़न और अन्य पारंपरिक उत्पादों की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन न केवल प्रतिभा को मंच प्रदान करते हैं, बल्कि सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक सार्थक पहल हैं। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राजकीय बाल देखरेख संस्थाओं में रह रहे बच्चों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने, उन्हें सशक्त और स्वावलंबी बनाने के लिए ठोस एवं प्रभावी कदम उठाए जाएं। शिक्षा, प्रशिक्षण और कौशल विकास पर विशेष ध्यान दिया जाए।
उन्होंने आगे कहा कि महिला गृहों में रह रही संवासिनियों को व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाए ताकि वे अपनी प्रतिभा को निखारकर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकें। साथ ही उत्पादों की गुणवत्ता संवर्द्धन और विपणन व्यवस्था को भी मजबूत करने के निर्देश दिए गए। प्रदर्शनी में बाल देखरेख संस्थाओं के बच्चे और महिला गृहों की महिलाएं अपने-अपने हस्तनिर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी और बिक्री कर रही हैं। इसका उद्देश्य इन उत्पादों को बाजार से जोड़ना और प्रतिभागियों को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश सरकार महिलाओं और बाल कल्याण के क्षेत्र में लगातार ठोस कदम उठा रही है। सरकार का लक्ष्य है कि कोई भी बच्चा या महिला समाज की मुख्यधारा से पीछे न रह जाए। हर किसी को अपनी प्रतिभा और मेहनत के माध्यम से आगे बढ़ने का अवसर मिले।