डीएम प्रशांत आर्य ने होम-स्टे व स्वरोजगार योजनाओं की समीक्षा की, लाभार्थियों से सीधा संवाद..

डीएम प्रशांत आर्य ने होम-स्टे व स्वरोजगार योजनाओं की समीक्षा की, लाभार्थियों से सीधा संवाद..

 

 

उत्तराखंड: उत्तरकाशी जिले में पर्यटन विकास को गति देने के लिए सोमवार को जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने पर्यटन विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा और आवेदकों के साक्षात्कार लिए। डीएम ने ‘दीन दयाल उपाध्याय गृह आवास होम स्टे योजना’ और ‘वीर चंद्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना’ के तहत जिला स्तरीय योजना क्रियान्वयन एवं अनुश्रवण समिति की अध्यक्षता की। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने पात्र लाभार्थियों के चयन की प्रक्रिया को पारदर्शी और प्रभावी बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देना और युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है।

डीएम ने आवेदकों से व्यक्तिगत रूप से संवाद कर उनके प्रस्तावों की जानकारी ली। खासतौर पर होम स्टे योजना में रुचि दिखाने वाले ग्रामीणों को उन्होंने सुझाव दिए कि वे अपने घरों को पर्यटकों के अनुकूल बनाते समय स्थानीय संस्कृति, परंपराओं और खानपान को भी शामिल करें। इससे न केवल पर्यटकों को एक अनूठा अनुभव मिलेगा बल्कि स्थानीय पहचान को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने लाभार्थियों को होम स्टे संचालन में स्वच्छता, बेहतर आतिथ्य, पार्किंग की व्यवस्था और पर्यटकों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी। डीएम ने यह भी कहा कि जिले में पर्यटन क्षेत्र की अपार संभावनाएं हैं, जिन्हें योजनाबद्ध तरीके से बढ़ावा देकर स्थानीय लोगों को आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। बैठक में पर्यटन विभाग के अधिकारी और समिति के अन्य सदस्य भी मौजूद रहे।

बैठक में पर्यटन विभाग द्वारा संचालित ‘दीन दयाल उपाध्याय गृह आवास होम स्टे योजना’ और ‘वीर चंद्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना’ के अंतर्गत प्राप्त आवेदनों पर विचार-विमर्श हुआ। डीएम ने इस दौरान पात्र आवेदकों के साक्षात्कार लिए और उनसे व्यक्तिगत बातचीत कर उनके प्रस्तावों को समझा। होम स्टे योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में घरों को पर्यटकों के लिए अनुकूल बनाने वाले आवेदकों को उन्होंने सुझाव दिए कि वे स्थानीय संस्कृति, परंपराओं और व्यंजनों को शामिल कर पर्यटकों को अनूठा अनुभव प्रदान करें। साथ ही स्वच्छता, आतिथ्य, पार्किंग और सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की भी सलाह दी। इसके साथ ही ‘वीर चंद्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना’ के तहत डीएम ने टैक्सी सेवा, गेस्ट हाउस निर्माण और साहसिक पर्यटन गतिविधियों जैसे प्रस्तावों पर विस्तार से चर्चा की।

उन्होंने कहा कि इस प्रकार की योजनाएं न केवल स्थानीय लोगों की आजीविका को सशक्त बनाएंगी बल्कि जिले में पर्यटन के नए अवसर भी पैदा करेंगी। डीएम प्रशांत आर्य ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि योजनाओं का क्रियान्वयन पारदर्शिता और तेजी से किया जाए, ताकि अधिक से अधिक लाभार्थियों को समय पर फायदा मिल सके। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले समय में उत्तरकाशी पर्यटन के क्षेत्र में एक नई पहचान बनाएगा। बैठक में वीर चंद्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना के तहत 2025-26 के लिए वाहन मद में 12, गैर वाहन मद में 8 सहित कुल 20 जबकि पं. दीन दयाल उपाध्याय गृह आवास योजना के अंतर्गत 2025-26 के लिए लक्षित कुल 28 आवेदनों के सापेक्ष साक्षात्कार लिए गए। डीएम ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे पात्र आवेदकों के आवेदन पत्रों की गहनता से जांच करें ।