रुद्रप्रयाग में जारी रेस्क्यू ऑपरेशन, मलवे और दलदल से जूझ रही टीमें..
उत्तराखंड: रुद्रप्रयाग के आपदा प्रभावित छेनागाड़ क्षेत्र में पिछले कई दिनों से राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। भारी बारिश और भूस्खलन से आए मलबे और दलदल ने स्थिति और अधिक गंभीर बना दी है। मैन्युअल खुदाई के जरिए रेस्क्यू अभियान चलाना मुश्किल हो रहा था, जिससे बचाव कार्य की गति धीमी पड़ गई थी। अब जिला प्रशासन ने राहत कार्य तेज करने के लिए जेसीबी और पोकलैंड मशीनें ग्राउंड जीरो पर तैनात कर दी हैं। मलबे की गहराई और दलदली जमीन ने रेस्क्यू ऑपरेशन को बेहद चुनौतीपूर्ण बना दिया है। बचाव दल के साथ-साथ भारी मशीनों के जरिए प्रभावित क्षेत्र तक पहुंच बनाई जा रही है। प्रशासन का कहना है कि हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं कि लापता लोगों की तलाश तेज हो और प्रभावित ग्रामीणों तक जल्द से जल्द राहत सामग्री पहुंचाई जा सके। प्रशासन का एक और बड़ा फोकस है। छेनागाड़ तक सड़क मार्ग बहाल करना। सड़कें बंद होने की वजह से अब तक राहत सामग्री और मशीनरी प्रभावित इलाकों तक सीमित मात्रा में ही पहुंच पा रही थी। फिलहाल लगातार जेसीबी और पोकलैंड मशीनें सड़क खोलने का कार्य कर रही हैं। सड़क बहाल होते ही न सिर्फ राहत सामग्री तेजी से पहुंचेगी बल्कि अतिरिक्त बचाव दल और भारी मशीनें भी मौके पर पहुंचाई जा सकेंगी।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने कहा कि छेनागाड़ में युद्धस्तर पर सर्च और रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। लापता लोगों की तलाश के साथ-साथ सड़क मार्गों को खोलने का कार्य भी पूरी गति से जारी है। उन्होंने कहा कि प्रशासन का मुख्य लक्ष्य प्रभावित गांवों तक जल्द राहत पहुंचाना और जनजीवन को सामान्य करना है। अधिकारियों का कहना है कि सड़क मार्ग खुलने के बाद खाद्य सामग्री, दवाइयाँ और अन्य जरूरी सामान प्रभावित ग्रामीणों तक आसानी से पहुंचाया जा सकेगा। साथ ही चिकित्सा दल और अन्य सहायता सेवाएँ भी प्रभावित क्षेत्र में तेजी से पहुंच पाएंगी। प्रशासन का मानना है कि सड़क बहाली के बाद राहत और पुनर्वास कार्यों की रफ्तार कई गुना बढ़ जाएगी।