पंचायत चुनाव- शपथ ग्रहण संपन्न, लेकिन अब भी 32 हजार से अधिक पद खाली..
उत्तराखंड: उत्तराखंड में हाल ही में सम्पन्न हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के बाद बुधवार को प्रदेशभर में प्रधानों का शपथ ग्रहण कराया गया। हालांकि, कई जगह जहां पद रिक्त रह गए, वहां शपथ ग्रहण नहीं हो सका। अब राज्य निर्वाचन आयोग इन सभी खाली पदों पर उपचुनाव कराने की तैयारी में जुट गया है।आयोग से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में पंचायत चुनाव के बाद भी बड़ी संख्या में पद खाली रह गए हैं। इनमें प्रधान के 20, क्षेत्र पंचायत सदस्य के 2 और ग्राम पंचायत सदस्य के करीब 32,000 पद शामिल हैं। सभी जिलों से रिक्त पदों की जानकारी आयोग को प्राप्त हो चुकी है। राज्य निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया है कि इन सभी रिक्त पदों पर चुनाव कराए जाएंगे। जल्द ही चुनाव कार्यक्रम घोषित किया जाएगा। आयोग का कहना है कि पंचायत व्यवस्था को पूर्ण रूप से सक्रिय करने के लिए यह कदम जरूरी है। गांवों में इतनी बड़ी संख्या में पद खाली होने से पंचायत व्यवस्था अधूरी मानी जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि चुनी हुई पंचायतों के अभाव में ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्य प्रभावित हो सकते हैं। इसलिए आयोग के लिए यह चुनाव एक बड़ी चुनौती होगा।
प्रदेश के कई जिलों में आपदा के कारण हालात चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं। ऐसे में राज्य निर्वाचन आयोग भी इन परिस्थितियों पर लगातार नजर बनाए हुए है। आयोग से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत सदस्य के करीब 32 हजार, प्रधान के 20 और क्षेत्र पंचायत सदस्य के 2 पद खाली हैं। इन पदों पर चुनाव कराए जाने हैं, लेकिन वर्तमान में आपदा प्रभावित जिलों में स्थिति सामान्य नहीं होने के कारण चुनाव प्रक्रिया शुरू नहीं की जा सकी है। निर्वाचन आयोग का कहना है कि जैसे ही हालात थोड़े सामान्य होंगे, रिक्त पदों को भरने के लिए अधिसूचना जारी की जाएगी। इसके बाद पूरे प्रदेश में उपचुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी। आयोग ने सभी जिलों से रिपोर्ट प्राप्त कर ली है और रणनीति तैयार की जा रही है। ग्राम पंचायतों में इतने बड़े पैमाने पर पद रिक्त रहने से पंचायत व्यवस्था अधूरी मानी जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्य प्रभावित हो सकते हैं, क्योंकि निर्वाचित प्रतिनिधियों की अनुपस्थिति से योजनाओं का क्रियान्वयन पूरी तरह संभव नहीं हो पाता।