देहरादून में बर्ड फ्लू अलर्ट, जिलाधिकारी ने दिए सख्त एहतियाती निर्देश..
उत्तराखंड: उत्तर प्रदेश में बर्ड फ्लू की दस्तक के बाद देहरादून जिला प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है। जिला मजिस्ट्रेट सविन बंसल ने गुरुवार को संबंधित विभागों की बैठक कर सतर्कता और रोकथाम के उपायों पर चर्चा की। उन्होंने पशुपालन विभाग को निर्देशित किया कि एहतियाती कदम उठाते हुए जिले के सभी पोल्ट्री फार्म से तीन दिन के भीतर रैंडम सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जाएं। साथ ही पोल्ट्री फार्मों पर नियमित निगरानी रखने, वहां की स्वच्छता व्यवस्था और जैव सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। डीएम ने अधिकारियों को रैपिड रिस्पांस टीम को तत्काल सक्रिय करने और किसी भी संदिग्ध स्थिति पर तेजी से कार्रवाई करने के लिए कहा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि कहीं भी बर्ड फ्लू के लक्षण पाए जाते हैं तो प्रभावित क्षेत्र में तुरंत नियंत्रण और रोकथाम के कदम उठाए जाएं। जिला प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और पोल्ट्री उत्पादों का सेवन करते समय पूरी तरह पकाकर ही इस्तेमाल करें।
डीएम सविन बंसल ने गुरुवार को बैठक कर सभी संबंधित विभागों को रोकथाम और निगरानी के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने पशुपालन विभाग को आदेश दिया कि जिले के सभी पोल्ट्री फार्म से तीन दिन के भीतर रैंडम सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जाएं और पोल्ट्री फार्मों पर नियमित निगरानी बनाए रखी जाए। रैपिड रिस्पांस टीम को भी तत्काल सक्रिय कर दिया गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके। डीएम ने वन विभाग को निर्देशित किया कि तालाब, झील और नदियों के आसपास रहने वाले प्रवासी और स्थानीय पक्षियों पर लगातार नजर रखी जाए। यदि कोई पक्षी मृत या बीमार पाया जाता है तो उसकी सूचना तुरंत पशु चिकित्सा विभाग को दी जाए, ताकि समय रहते जांच और आवश्यक कदम उठाए जा सकें। फिलहाल जिले के किसी भी पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू का मामला सामने नहीं आया है। इस पर डीएम ने स्पष्ट किया कि वर्तमान में पोल्ट्री उत्पादों पर कोई प्रतिबंध नहीं है, लेकिन एहतियात के तौर पर जैव सुरक्षा मानकों और स्वच्छता का पालन सख्ती से किया जाएगा। उन्होंने आम जनता से अपील की कि अफवाहों से बचें और पोल्ट्री उत्पादों का सेवन केवल अच्छी तरह पकाने के बाद ही करें।
डीएम सविन बंसल ने सभी विभागों को सतर्क करते हुए कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सैनिक कल्याण अधिकारी को निर्देश दिया कि जिले में स्थित आर्मी और पैरामिलिट्री फोर्स मुख्यालयों को भी इस संबंध में अलर्ट किया जाए, ताकि संक्रमण से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियां बरती जा सकें। जिलाधिकारी ने पुलिस विभाग को आदेश दिया कि उत्तर प्रदेश से सटी जनपद की सभी सीमाओं पर चेक पोस्ट स्थापित किए जाएं और बाहर से आने वाले जिंदा मुर्गे, मुर्गे का मांस और अंडे की आवाजाही पर अग्रिम आदेशों तक पूरी तरह रोक लगा दी जाए। साथ ही, पशुपालन और वन विभाग को निर्देशित किया गया कि पोल्ट्री फार्म, जल स्रोतों और प्रवासी पक्षियों की निगरानी बढ़ाई जाए तथा किसी भी संदिग्ध स्थिति की तत्काल रिपोर्ट दी जाए।
डीएम ने जनपद में अनाधिकृत रूप से संचालित सभी मीट की दुकानों को तत्काल सीज किया जाए। इसके साथ ही सभी एसडीएम, पशु चिकित्साधिकारी और नगर निकायों को आदेश दिया गया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में पोल्ट्री फार्म एसोसिएशन और मुर्गा मांस व्यापारियों के साथ बैठक कर उन्हें बर्ड फ्लू से बचाव और सतर्कता के उपायों के बारे में जागरूक करें। डीएम ने कहा कि एवियन इन्फ्लूएंजा, जिसे आमतौर पर बर्ड फ्लू कहा जाता है, एक अत्यधिक संक्रामक वायरल बीमारी है जो मुख्य रूप से पक्षियों को प्रभावित करती है, लेकिन दुर्लभ मामलों में यह मनुष्यों में भी फैल सकती है। प्रशासन ने पशुपालन, वन और स्वास्थ्य विभाग को लगातार निगरानी रखने और किसी भी संदिग्ध स्थिति की तुरंत रिपोर्ट करने के निर्देश दिए हैं।