पिथौरागढ़ और चंपावत की हेली सेवा हुई सुचारू, मुनस्यारी के लिए करना होगा इंतजार..
उत्तराखंड: कुमाऊं मंडल के जंगलों की आग जहां वन विभाग और लोगों लिए मुसीबत बन गई हैं। आग के चलते जहां वन संपदा को भी भारी नुकसान पहुंच रहा है। वहीं आग की चपेट में आने से कई लोग जान तक गंवा चुके हैं। कई लोगों के घर भी जल चुके हैं, जबकि कई लोग आग से झुलस कर घायल हो चुके हैं। वहीं धुंध से विजिबिलिटी कम होने से हेली सेवा पर भी असर पड़ रहा है। जिससे लोग अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।
जंगलों की आग से छाई धुंध- जंगलों में लगी आग के चलते पहाड़ों पर वातावरण पूरी तरह से दूषित हो चुका है। धुंध के चलते इसका असर हेलीकॉप्टर सेवा पर भी पड़ा है। हल्द्वानी से पिथौरागढ़, मुनस्यारी और चंपावत को चलने वाली हेली सेवा को फिलहाल बंद कर दिया गया था और पिथौरागढ़ में दो दिनों से हेली सेवा ठप रही थी। वहीं मुनस्यारी की हेली सेवा अभी भी ठप है। एसडीएम हल्द्वानी परितोष वर्मा का कहना हैं कि मुनस्यारी को छोड़ कर पिथौरागढ़ और चंपावत की सेवाओं को शुरू कर दिया गया है।
हेली सेवा पर पड़ रहा असर- नोडल अधिकारी एसडीएम परितोष वर्मा ने कहा कि जंगलों में लगी आग और धुंध की वजह से हेली सेवा को रोका गया था, क्योंकि हेलीकॉप्टर के उड़ान भरने के दौरान विजिबिलिटी काफी कम थी। हालांकि अभी भी मुनस्यारी की ओर स्थिति उतनी सामान्य नहीं है। इसलिए गौलापार से मुनस्यारी उड़ान सेवा फिलहाल कुछ दिन और बंद रह सकती है। उन्होंने कहा कि मौसम साफ होने के बाद यह सेवा यथावत शुरू हो जाएगी।