रामनगर । उत्तराखंड बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षा में इस बार 99.09 प्रतिशत तो इंटर में 99.56 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। कोरोना संक्रमण के चलते इस बार टॉपर्स की सूची जारी नहीं की गई। दसवीं में लड़के लड़कियों से आगे रहे। संस्थागत श्रेणी में लड़कों का रिजल्ट 99.39 प्रतिशत व लड़कियों का 98.92 प्रतिशत रहा। व्यक्तिगत श्रेणी में बालकों का पास प्रतिशत 95.33 व बालिकाओं का 94.14 प्रतिशत रहा। जबकि, दसवीं में लड़कियां आगे रही। इस बार संस्थागत श्रेणी में बालकों का 99.47 प्रतिशत व बालिकाओं का 99.72 प्रतिशत रहा। व्यक्तिगत श्रेणी में बालकों का रिजल्ट 97.63 व बालिकाओं का 99.23 प्रतिशत रहा।
हल्द्वानी के हरगोविंद सुयाल इंटर कालेज की कनक तिवाड़ी ने हाईस्कूल में टॉप किया है। उनके पिता हॉकर हैं। वह कहती हैं कि अनुशासन के साथ पढ़ाई और कड़ी लगन से सफलता संभव है। कनक अपनी सफलता का पूरा श्रेय टीचर्स सहित अपने परिजनों को देता चाहती हैं। हल्द्वानी के गौलापार में रहने वाले राज मिस्त्री के घर में उत्तराखंड बोर्ड का रिजल्ट आते ही खुशियों की बहार आ गई। मंझले बेटे गजेंद्र चिलवाल ने शहर के सबसे प्रतिष्ठित स्कूल हरगोविंद सुयाल इंटर कालेज में टॉप 3 पॉयदान पर नाम दर्ज कराकर अपने पिता का नाम रोशन कर दिया। गजेंद्र ने बताया शुरू से ही वह पढ़ने में परिवार व खानदान में सबसे अव्वल रहा है। गजेंद्र अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और टीचर्स को देते हैं।
उत्तराखंड बोर्ड रिजल्ट की घोषणा शनिवार रामनगर स्थित बोर्ड कार्यालय में विद्यालयी शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने की। उन्होंने बताया कि इस बार हाईस्कूल और इंटर की बोर्ड परीक्षा में राज्यभर से ढाई लाख से अधिक परीक्षार्थी सम्मिलित हुए थे। इंटरमीडिएट में इस साल एक लाख 21 हजार 705 परीक्षार्थी सम्मलित हुए। जिनमें से एक लाख 21 हजार 171 पास हुए हैं। सम्मान सहित 20 हजार 955 व प्रथम श्रेणी में 63,901 परीक्षार्थी पास हुए हैं। वहीं, हाईस्कूल में इस साल एक लाख 47 हजार 725 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। जिनमें से एक लाख 46 हजार 386 परीक्षार्थी पाए हुए। 23 हजार 688 परीक्षार्थी सम्मान सहित उत्तीर्ण हुए हैं। उत्तराखंड बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन की 10वीं की परीक्षा में लड़कों ने बाजी मारी है। 99.30 प्रतिशत लड़के हाईस्कूल की परीक्षा में पास हुए हैं। वहीं, लड़कियों का दसवीं में उत्तीर्ण प्रतिशत 98.86 रहा जबकि, इंटरमीडिएट में लड़कियों ने बाजी मारी है। उनका पासिंग प्रतिशत 99.71 रहा है और लडकों का पासिंग प्रतिशत 99.40 रहा है।
रिजल्ट से संतुष्ट न होने वाले छात्रों के लिए परीक्षा की व्यवस्था भी की गई है। ऐसे छात्रों को भविष्य में होने वाली परीक्षा में अपनी कक्षा की परीक्षा देने का मौका दिया जाएगा। इस बार 12वीं में 1,18,130 छात्रों ने रेग्युलर और 4,068 छात्रों ने प्राइवेट आवेदन किया था। 10वीं में 1,45,687 छात्रों ने रेग्युलर और 2,663 छात्रों ने प्राइवेट आवेदन किया था। 9वीं के परीक्षा परिणाम के आधार 10वीं के छात्रों को प्रमोट किया किया है। वहीं 11वीं के रिजल्ट के आधार पर 12वीं के छात्रों को प्रमोट किया गया है। परीक्षा परिणाम घोषित होने पर शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने छात्रों को बधाई दी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि आगे भी निरंतर मेहनत करें। दृढ़ इच्छाशक्ति और संकल्पबद्ध होकर किये गए सच्चे प्रयासों से सुफल अवश्य प्राप्त होते हैं. सभी परीक्षार्थियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। सभी विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूँ। अरविंद पांडे ने आगे कहा कि सभी विद्यार्थियों से कहना चाहता हूँ कि जिस प्रकार कोरोना महामारी के दौरान आप सभी ने धैर्य और निरंतरता के साथ अपना पठन-पाठन किया और कड़ी मेहनत की है, वह सराहनीय है।