देहरादून। एसटीएफ ने आईलेट्स की परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। अब एसटीएफ की नजर परीक्षा कराने वाले कोचिंग सेन्टरों पर भी है जिनकी छानबीन की जायेगी।
आज यहां इसकी जानकारी देते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि विगत माह में एसटीएफ कार्यालय पर दिल्ली के एक ट्रांसपोर्टर कुलदीप सिंह दीगरा गुडगांव द्वारा आईलेट्स की परीक्षा में हुई गड़बड़ी की शिकायत की गयी थी इसके अलावा आईलेट्स की परीक्षा देने वाले कुछ अभ्यर्थियों द्वारा एक शिकायती प्रार्थना पत्र प्रेषित किया गया था, जिसमें बताया गया था कि उनके द्वारा आईलेट्स का एग्जाम दिया गया है और उनको जानकारी मिली है कि उनकी आन्सर शीट व ओएमआर शीट के साथ हेरफेर की गयी है, जिससे उनके भविष्य से खिलवाड़ हुआ है। इस सूचना पर एसटीएफ द्वारा जांच शुरू की गयी तो जानकारी हुयी कि भारत में आईडीपी आइईएलटीएस (इंटरनेशनल इंग्लिश लेग्वेज टेस्टिंग सिस्टम) एम्जाम के लिए रजिस्ट्रेशन करवाते हैं। यह एक इंग्लिश लैग्वेज टेस्ट है। एसटीएफ द्वारा इस प्रकरण में अभ्यर्थियों की शिकायत पर गम्भीरतापूर्वक जांच शुरू की गयी जांच के दौरान एसटीएफ द्वारा सीसीटीवी फुटेज सीडीआर और बैंक खातों का विश्लेषण किया गया तो पाया कि गत 25 व 26 फरवरी की रात्रि में देहरादून में कन्टेनर चालक जितेन्द्र के खाते में कुछ धनराशि यूपीआई के माध्यम से जमा करायी गयी थी जिनकी जांच की गयी तो पंजाब लुधियाना से एक व्यक्ति समिन्दर मंडी द्वारा ये रूपये चालक जितेन्द्र के खाते में जमा कराये गये थे। जिसके बारे में छानबीन की गयी तो समिन्दर मण्डी का पिछले कुछ सालों से आईलेट्स की परीक्षा की तिथियों में देहरादून आना पाया गया तथा यहा के लोकल ट्रासपोर्टर्स से सम्पर्क कर वाहनों को किराये पर लेना पाया गया। जांच के दौरान परीक्षा आयोजित कराने वाली कम्पनी आईडीपी के प्रतिनिधि जयदीप सिंह (हेड क्वालिटी एंड कंप्लायंस ऑफीसर) पूछताछ की गयी। इस सम्बन्ध में कन्टेनर चालक जितेन्द्र को एसटीएफ कार्यालय से पूछताछ की गयी तो उसने बताया कि इस परीक्षा के कुछ रोज पहले समिन्दर मण्डी, साहिल कुमार और एक अन्य तीन व्यक्तियों ने उसे बुलाकर मे आईलेट्स परीक्षाओं की ओएमआर शीट कुछ देर के लिये उन्हें सुपुर्द करने की एवज में 3,00000 रूपये देने तय किये गये। जिससे वह लालच में आ गया उसने इस काम के लिये अपने ब्लू डार्ट कम्पनी के मैनेजर शब्बीर खान को भी साथ में मिला लिया. तय योजना के अनुसार 25 फरवरी 2023 को देहरादून से रवाना होकर मोहन्ड का जंगल पार करते उसने गाड़ी की साईड में खड़ा कर दिया। वहां पर समिन्दर मण्डी और साहिल ने उसकी गाड़ी से पीछे लगा लॉक को पेचकस के माध्यम से खोलकर उसके अन्दर रखा आईलेट्स के पेपर का सूटकेश अपने कब्जे में ले लिया और उसको आगेकृआगे चलकर दिल्ली बार्डर पर मिलने को कहा। दिल्ली बॉर्डर पर पहुंचने पर शमिंदर मंडी और साहिल द्वारा ओएमआर शीट वाला सूटकेस फिर ट्रक में रखकर लॉक लगा दिया। कन्टेनर गाड़ी में आईलेट्स वाला कुरियर कहाँ पर रखा गया है, इस बात की जानकारी उसने कम्पनी के शब्बीर खान द्वारा व्हटसएप के माध्यम से समिन्दर मन्दी को दी जाती।. एसटीएफ ने इस प्रकरण में जितेन्द्र पुत्र जयराम निवासी हरदोई, साहिल पुत्र सतीश कुमार निवासी लुधियाना व शब्बीर खान पुत्र सुजात अली निवासी माजरा पटेलनगर को गिरफ्तार कर लिया तथा मास्टर माइंड समिन्दर की तलाश जारी है।